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Jagdev Ram Oraon Hospital Bhoomi Pujan : : जगदेव राम उरांव कल्याण आश्रम चिकित्सालय का भूमिपूजन एवं 'सेवंकुर भारत' का उद्घाटन 7 अप्रैल को

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Jagdev Ram Oraon Hospital Bhoomi Pujan & 'Sevankur Bharat' Inauguration on April 7जशपुर: अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम धर्मार्थ चिकित्सालय द्वारा संचालित जगदेव राम उरांव कल्याण आश्रम चिकित्सालय का भूमिपूजन और सेवंकुर भारत के राष्ट्र समर्पित सप्ताहिक कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह 7 अप्रैल 2025 को आयोजित किया जाएगा।इस भव्य आयोजन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही, डॉ. पूर्णेदु सक्सेना, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय संघचालक हैं, विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह करेंगे। वहीं, डॉ. ज्ञानेश गावंकर, जो सेवंकुर भारत के उपक्रम प्रमुख हैं, इस कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।यह आयोजन 7 अप्रैल 2025, सोमवार को सुबह 11 बजे जशपुर नगर स्थित जगदेव राम उरांव कल्याण आश्रम चिकित्सालय में संपन्न होगा। जगदेव राम उरांव: वनवासी समाज के समर्पित नेताजगदेव राम उरांव आदिवासी समाज के एक प्रतिष्ठित नेता थे, जिन्होंने वनवासी समाज के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए जीवनभर कार्य किया। वे देश छत्तीसगढ़ और झारखंड के आदिवासी समुदायों में शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक चेतना बढ़ाने के लिए समर्पित थे। उन्होंने वनवासी कल्याण और संस्कृति को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम: वनवासियों के विकास का अग्रणी संगठनअखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम भारत के आदिवासी समाज के समग्र विकास के लिए कार्य करने वाला एक प्रमुख संगठन है। 1952 में स्थापित इस संगठन का उद्देश्य वनवासी समुदायों के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, रोजगार और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना है। यह संगठन देशभर में वनवासी समाज के उत्थान के लिए विभिन्न प्रकार के आश्रम, छात्रावास, चिकित्सालय और प्रशिक्षण केंद्रों का संचालन करता है।

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राजनीती

पुण्यतिथि पर विशेष : : आदिवासी समाज की बुलंद आवाज़ बस्तर के जननायक बलिराम कश्यप की अमर विरासत

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"जो बस्तर की माटी से जन्मा, वही माटी का मसीहा था,हर दिल में जो बसता था, वो बलिराम कश्यप था।आदिवासियों की ताक़त था, संघर्षों की पहचान था,सत्ता के खेल से दूर, बस जनता का भगवान था।"Cg now टीम छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक ऐसा नाम, जिसने आदिवासी समाज की आवाज़ को बुलंद किया और बस्तर की धरती पर विकास की नींव रखी—वह नाम है बलिराम कश्यप। भारतीय जनता पार्टी के इस कद्दावर नेता ने जनजातीय समाज के हक़ और हुक़ूक़ के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। वे सिर्फ़ एक राजनेता नहीं, बल्कि बस्तर की आत्मा से जुड़े हुए जननायक थे, जिनका प्रभाव आज भी देखा जा सकता है।संघर्ष से सशक्तिकरण तक का सफरबलिराम कश्यप का जन्म 1936 में हुआ था। वे 1972 से 1992 तक मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। इस दौरान उन्होंने आदिवासी समाज के उत्थान के लिए कई अहम कदम उठाए।1977-78: मध्य प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री रहे।1978-80 और 1988-92: आदिवासी कल्याण मंत्री के रूप में कार्य किया।1998 में पहली बार लोकसभा सांसद बने, उसके बाद लगातार 1999, 2004 और 2009 में सांसद चुने गए।चार बार सांसद रहने के दौरान उन्होंने बस्तर क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक कार्य किए।बस्तर में था जबरदस्त दबदबाबलिराम कश्यप को लेकर कहा जाता है कि बस्तर में उनका गहरा प्रभाव था। 2003 और 2008 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की बस्तर में शानदार जीत में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है।2003 में भाजपा को 12 में से 9 सीटें मिलीं।2008 में भाजपा ने 12 में से 11 सीटों पर विजय हासिल की।बलिराम कश्यप के निधन के बाद भाजपा बस्तर में पहले जैसा करिश्मा नहीं कर पाई।PM मोदी ने बताया 'बस्तर का गुरु'बलिराम कश्यप का प्रभाव सिर्फ़ बस्तर तक सीमित नहीं था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद उन्हें 'बस्तर का गुरु' बताया।1998 में जब नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के भाजपा प्रभारी बने, तब वे बस्तर में बलिराम कश्यप के साथ संगठन का काम किया करते थे। पीएम मोदी ने कहा—"जब भी बस्तर की धरती पर आता हूं और बलिराम कश्यप जी की याद न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता।"राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहा परिवारबलिराम कश्यप के पुत्र केदार कश्यप छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री रहे और उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।जनता के दिलों में अमर रहेंगे बलिराम कश्यप10 मार्च 2011 को इस महान नेता ने दुनिया को अलविदा कहा, लेकिन उनकी विचारधारा, संघर्ष और सेवा का जज़्बा आज भी बस्तर की मिट्टी में ज़िंदा है।वे सच में बस्तर के जननायक थे, जिन्होंने राजनीति को सेवा का माध्यम बनाया और आदिवासी समाज को एक सशक्त पहचान दिलाई।"सियासत के बाज़ार में बिकते नहीं थे, अलग ही उनकी शान थी,जो जंगल की गूंज सुनते थे, वही उनकी पहचान थी।विकास की मशाल जलाई, हर गाँव में रौशनी आई,बस्तर की धड़कन थे वो, जो आज भी ज़िंदा दिखाई।"

टेक्नोलॉजी

UPI ठप: : PhonePe, Paytm और Google Pay काम नहीं कर रहे, लाखों यूजर्स परेशान

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"UPI Outage in India"भारत में डिजिटल पेमेंट की रीढ़ माने जाने वाले यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में आज शाम से बड़ी समस्या आ रही है। देशभर में Google Pay, Paytm, PhonePe और अन्य बैंकिंग ऐप्स पर उपयोगकर्ताओं को लेन-देन करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई यूजर्स ने शिकायत की है कि उनके पैसे अकाउंट से कट गए हैं, लेकिन भुगतान नहीं हुआ। कुछ मामलों में राशि वापस आ गई, जबकि कुछ लोग अभी भी पेमेंट फेल होने की परेशानी झेल रहे हैं।शाम 7 बजे के बाद बढ़ी समस्याएँआउटेज ट्रैकिंग वेबसाइट डाउन डिटेक्टर (DownDetector) के अनुसार, शाम 7 बजे के बाद यूपीआई सेवाओं में व्यवधान की शिकायतों में भारी वृद्धि हुई। लगभग 23,000 से अधिक शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें पेमेंट फेल, फंड ट्रांसफर न होने और लॉगिन से जुड़ी दिक्कतें शामिल हैं।सोशल मीडिया पर यूजर्स की नाराजगीयूपीआई सेवाओं में आई इस दिक्कत के कारण सोशल मीडिया पर यूजर्स अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि उनका पैसा डेबिट हो गया लेकिन रिसीवर तक नहीं पहुँचा।Google Pay पर 72% शिकायतें पेमेंट फेल होने की हैं, जबकि Paytm पर यह आंकड़ा 86% तक पहुँच चुका है। बैंकिंग सेवाएँ भी प्रभावित हुई हैं, खासकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के ग्राहक सबसे ज्यादा परेशान दिखे।क्या है यूपीआई डाउन होने की वजह?यूपीआई सिस्टम को नियंत्रित करने वाली संस्था नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि यह समस्या सर्वर से जुड़ी किसी बड़ी तकनीकी गड़बड़ी के कारण हो सकती है।क्या करें अगर यूपीआई पेमेंट फेल हो जाए?यदि आपकी यूपीआई पेमेंट फेल हो गई है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ उपाय आजमा सकते हैं—1. पेंडिंग पेमेंट की स्टेटस चेक करें: अगर आपका पैसा कट गया है, तो बैंक स्टेटमेंट और यूपीआई ऐप में ट्रांजैक्शन स्टेटस देखें।2. बैंक कस्टमर केयर से संपर्क करें: अगर राशि वापस नहीं आई तो संबंधित बैंक से संपर्क करें।3. कुछ देर इंतजार करें: हो सकता है कि सर्वर समस्या हल हो जाए और आपकी पेमेंट ऑटोमैटिकली प्रोसेस हो जाए।4. वैकल्पिक पेमेंट मोड अपनाएँ: अगर यूपीआई काम नहीं कर रहा तो नेट बैंकिंग, डेबिट/क्रेडिट कार्ड या कैश का उपयोग करें।जल्द ठीक हो सकती है समस्यातकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि यूपीआई की सेवाएँ जल्द बहाल हो सकती हैं। NPCI इस मुद्दे को हल करने में जुटी है, ताकि यूपीआई पेमेंट दोबारा सुचारू रूप से काम करने लगे।डिजिटल इंडिया के इस दौर में यूपीआई आम लोगों की रोजमर्रा की जरूरत बन चुकी है, इसलिए ऐसी तकनीकी गड़बड़ियाँ बड़ी चिंता का विषय बन सकती हैं। उम्मीद है कि जल्द ही NPCI और बैंकिंग सेवाएँ इस परेशानी को हल कर देंगी।

विदेश

Surya Grahan 2025: : 29 मार्च 2025 को लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें कहां और कितने बजे दिखेगा

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नई दिल्ली। खगोलीय घटनाओं में रुचि रखने वालों के लिए 29 मार्च 2025 का दिन बेहद खास रहने वाला है। इस दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा। भारतीय समयानुसार यह आंशिक सूर्य ग्रहण दोपहर 2:21 बजे से लेकर शाम 6:14 बजे तक रहेगा। यह खगोलीय घटना दुनिया के कई हिस्सों में देखी जा सकेगी, हालांकि भारत में इसकी स्पष्टता को लेकर संशय है।क्या होता है सूर्य ग्रहण?सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और सूर्य की रोशनी को आंशिक या पूर्ण रूप से रोक देता है। इस दौरान चंद्रमा की परछाई पृथ्वी पर पड़ती है, जिससे कुछ समय के लिए दिन में अंधेरा छा जाता है।सूर्य ग्रहण के प्रकारवैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं:1. पूर्ण सूर्य ग्रहण – जब चंद्रमा, सूर्य को पूरी तरह ढक लेता है, तब यह स्थिति बनती है। इस दौरान पृथ्वी के कुछ हिस्सों में दिन में भी अंधेरा छा जाता है।2. वलयाकार सूर्य ग्रहण – जब चंद्रमा, सूर्य के आगे से गुजरता है लेकिन उसे पूरी तरह ढक नहीं पाता, तो सूर्य एक "रिंग ऑफ फायर" के रूप में नजर आता है।3. आंशिक सूर्य ग्रहण – जब चंद्रमा सूर्य का केवल एक हिस्सा ढकता है, तो इसे आंशिक सूर्य ग्रहण कहते हैं। इस बार 29 मार्च को लगने वाला ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण होगा।भारत में सूर्य ग्रहण कहां दिखेगा?यह ग्रहण दक्षिणी गोलार्ध के कई देशों में देखा जा सकेगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और दक्षिणी अमेरिका के कुछ हिस्सों में यह ग्रहण स्पष्ट रूप से दिखेगा। भारत में इसे नग्न आंखों से देख पाना मुश्किल हो सकता है।क्या करें और क्या न करें?नग्न आंखों से सूर्य ग्रहण न देखें – इससे आंखों को गंभीर नुकसान हो सकता है।सूर्य ग्रहण चश्मे या टेलीस्कोप का उपयोग करें – इससे ग्रहण को सुरक्षित रूप से देखा जा सकता है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कई लोग इस दौरान उपवास रखते हैं और मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं।अगला सूर्य ग्रहण कब लगेगा?2025 में दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगेगा, जो वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा।ग्रहण से जुड़ी वैज्ञानिक और धार्मिक मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए इसे देखना एक अनूठा अनुभव होगा।

व्यापर

NITI NCER Portal & Financial Changes: : आज लॉन्च होगा ‘नीति एनसीएईआर राज्य आर्थिक मंच’ पोर्टल, 1 अप्रैल से लागू होंगे अहम वित्तीय बदलाव

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"Launch of NITI NCER Portal & Financial Changes from April 1"नई दिल्ली: आज ‘नीति एनसीएईआर राज्य आर्थिक मंच’ पोर्टल का शुभारंभ किया जाएगा। इस पोर्टल पर 2022-23 तक के (पिछले तीन दशकों) राज्यों के सामाजिक, आर्थिक और राजकोषीय मापदंडों से जुड़े आंकड़े उपलब्ध होंगे। नीति आयोग और राष्ट्रीय अनुप्रयुक्त आर्थिक अनुसंधान परिषद (एनसीएईआर) के सहयोग से विकसित यह पोर्टल राज्यों की जनसांख्यिकी, आर्थिक संरचना, राजकोषीय, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े डेटा तक लोगों को सीधी पहुंच प्रदान करेगा।नीति आयोग के अनुसार, यह पोर्टल 28 भारतीय राज्यों के वृहद और राजकोषीय परिदृश्य की जानकारी भी उपलब्ध कराएगा, जिससे विभिन्न आर्थिक व सामाजिक संकेतकों के आधार पर राज्यों की स्थिति का आकलन करना आसान होगा।1 अप्रैल से लागू होंगे वित्तीय क्षेत्र के अहम बदलावनए वित्तीय वर्ष 2025-26 की शुरुआत के साथ ही देश के वित्तीय क्षेत्र में कई बड़े बदलाव होने जा रहे हैं, जिनका असर आम लोगों पर भी पड़ेगा। इनमें आयकर नियम, क्रेडिट कार्ड, यूपीआई लेनदेन, जीएसटी नियम और बैंकिंग नियम शामिल हैं।नए आयकर नियम लागूबजट 2025 में घोषित नए टैक्स स्लैब 1 अप्रैल से प्रभावी होंगे।अब 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई टैक्स नहीं देना होगा।वेतनभोगियों के लिए 75,000 रुपये की स्टैंडर्ड डिडक्शन के बाद 12.75 लाख रुपये तक की आय करमुक्त होगी।कर स्लैब में भी संशोधन किया गया है, जिससे मध्यम वर्ग को राहत मिलेगी।यूपीआई लेनदेन के नए नियमयूपीआई लेनदेन की सुरक्षा बढ़ाने के लिए नए दिशा-निर्देश लागू होंगे।निष्क्रिय मोबाइल नंबर से यूपीआई ट्रांजेक्शन नहीं हो पाएंगे।अगर 90 दिनों तक कोई मोबाइल नंबर उपयोग में नहीं है, तो उससे जुड़ी यूपीआई सेवाएं बंद हो जाएंगी।क्रेडिट कार्ड नियमों में बदलावएसबीआई कार्ड उपयोगकर्ताओं को अब कम रिवॉर्ड पॉइंट्स मिलेंगे।सिंपली क्लिक और एयर इंडिया एसबीआई प्लेटिनम कार्ड पर रिवॉर्ड पॉइंट्स घटाए जाएंगे।एक्सिस बैंक ने विस्तारा क्रेडिट कार्ड के लाभों में बदलाव किया है।एकीकृत पेंशन योजना (UPS) लागूयह योजना पुरानी पेंशन योजना की जगह लेगी।जिन सरकारी कर्मचारियों की सेवा 25 साल पूरी हो चुकी है, उन्हें उनके अंतिम 12 महीनों के औसत मूल वेतन का 50% पेंशन के रूप में मिलेगा।जीएसटी नियमों में संशोधनमल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) अनिवार्य होगा, जिससे करदाताओं के लिए सुरक्षा बढ़ेगी।ई-वे बिल (EWB) केवल उन्हीं आधार दस्तावेजों पर बनेगा, जो 180 दिनों से अधिक पुराने नहीं होंगे।जिन व्यापारियों का सालाना कारोबार 10 करोड़ से 100 करोड़ रुपये तक है, उन्हें 30 दिनों के भीतर ई-इनवॉइस पोर्टल पर चालान अपलोड करना होगा।बैंकिंग नियमों में बदलावन्यूनतम बैलेंस के नियम सख्त किए गए हैं।एसबीआई, पीएनबी, केनरा बैंक समेत कई बैंकों ने न्यूनतम बैलेंस की सीमा बढ़ा दी है।जो खाताधारक तय न्यूनतम बैलेंस नहीं रखेंगे, उन्हें जुर्माना भरना होगा।आर्थिक सुधारों का व्यापक असर1 अप्रैल से लागू हो रहे ये बदलाव करदाताओं, बैंक ग्राहकों, क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं, पेंशनभोगियों और व्यापारियों को प्रभावित करेंगे। सरकार का उद्देश्य वित्तीय प्रणाली को अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और नागरिकों के लिए फायदेमंद बनाना है।🔹 अब देखना यह होगा कि ये नए नियम आम जनता के लिए कितने लाभकारी साबित होते हैं!

खेल

IPL 2025 : पहला मैच कोलकाता में KKR और RCB के बीच, कौन-कब-कहां खेलेगा? यहां देखें पूरी लिस्ट

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आईपीएल 2025 (IPL 2025) के 18वें सीजन के शुरू होने में अब 24 घंटे का समय रह गया है. कल शनिवार, 22 मार्च से आईपीएल 2025 का आगाज होगा. इस सीजन का पहला मैच डिफेंडिंग चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच खेला जाएगा. आईपीएल 2025 की शुरुआत 22 मार्च से होगी, वहीं फाइनल मुकाबला 25 मई को खेला जाएगा.IPL 2025: कहां होंगे मैच?आईपीएल 2025 में कुल 74 मैच खेले जाएंगे. इसमें लीग स्टेज में 70 मैच होंगे. सभी 10 टीमें लीग स्टेज में 14-14 मैच खेलेंगी. आईपीएल 2025 के मैच लखनऊ, हैदराबाद, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, अहमदाबाद, विशाखापट्टनम, गुवाहाटी, बेंगलुरु, न्यू चंडीगढ़, जयपुर, कोलकाता और धर्मशाला होंगेपहला मुकाबला KKR बनाम RCB के बीचटूर्नामेंट की शुरुआत डिफेंडिंग चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच होगी. यह मुकाबला 22 मार्च को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला जाएगा.

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