कांगो के दक्षिण–पूर्वी लुआलाबा प्रांत में रविवार को हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। मुलोंडो इलाके स्थित कालांडो खान में बना एक पुल अचानक टूट गया, जिससे भारी भीड़ उसकी चपेट में आ गई। घटना में कम से कम 40 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। प्रशासन ने इस हादसे को अवैध खनन और अत्यधिक भीड़भाड़ का परिणाम बताया है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारी बारिश के बाद भूस्खलन के खतरे को देखते हुए खान में प्रवेश पर पहले ही रोक लगा दी गई थी। इसके बावजूद अवैध खनिक बड़ी संख्या में जबरन अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान सुरक्षा के लिए तैनात सैनिकों की हवाई फायरिंग से अफरा–तफरी मच गई और लोग जान बचाने के लिए दौड़ते हुए पुल पर चढ़ गए। अचानक बढ़े वजन को पुल झेल नहीं सका और ध्वस्त हो गया।
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सरकारी रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
सरकारी एजेंसी SAEMAPE की प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि गोलीबारी से बचने के लिए लोगों की भारी भीड़ एक साथ पुल की ओर भागी, जिससे पुल पर दबाव कई गुना बढ़ गया। इसी दबाव के कारण पुल टूट गया और लोग नीचे गिरते चले गए। कई शव एक-दूसरे के ऊपर दबे मिले, जिससे मौतों की संख्या और बढ़ गई। राहत और बचाव दल रातभर मलबा हटाने और घायलों को बाहर निकालने में जुटे रहे।
विवादों में घिरी रही है कालांडो खान
कालांडो खान लंबे समय से अवैध खनन को लेकर विवादों का केंद्र रही है। यहां अवैध खनिकों, स्थानीय कोऑपरेटिव और लाइसेंसधारी कंपनियों के बीच लगातार टकराव की स्थिति बनी रहती है। सरकार द्वारा बार-बार रोक लगाने के बावजूद बेरोजगारी और आर्थिक संकट के चलते स्थानीय लोग खनन गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं। इस बार भी यही अवैध प्रवेश इस त्रासदी की वजह बना।
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कोबाल्ट की खदानें और खतरे
कांगो दुनिया का सबसे बड़ा कोबाल्ट उत्पादक देश है और यहां की खदानों से मिलने वाला कोबाल्ट इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी बनाने के लिए दुनिया भर में इस्तेमाल होता है। बताया जाता है कि कांगो के 80 प्रतिशत कोबाल्ट उत्पादन पर चीनी कंपनियों का नियंत्रण है। खनन क्षेत्र में असुरक्षित कार्य-स्थितियों, बाल मजदूरी और भ्रष्टाचार के आरोप लगातार सामने आते रहे हैं। यह हादसा खनन सेक्टर की जमीनी हकीकत और सुरक्षा व्यवस्थाओं की कमी को एक बार फिर उजागर करता है।
सरकार ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं, जबकि मृतकों के परिजनों को मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है।
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