जशपुर, 13 जून 2025 | CG NOW
जशपुर जिले के शासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को निशुल्क पाठ्य पुस्तक योजना अंतर्गत इस वर्ष से डिजिटल ट्रैकिंग प्रणाली के माध्यम से पुस्तक वितरण किया जा रहा है। अब प्रत्येक किताब के पीछे आईएसबीएन कोड और यूनिक बारकोड अंकित किया गया है, जिससे हर पुस्तक को एक विशिष्ट पहचान संख्या मिली है।
इस व्यवस्था का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शासन द्वारा प्रदाय की जा रही किताबें सही छात्र तक, सही समय पर पहुंचे और उसकी डिजिटल ट्रैकिंग संभव हो।
रायगढ़ डिपो से सीधे संकुल और हाई स्कूल तक आपूर्ति
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अनुसार, किताबों की आपूर्ति रायगढ़ डिपो से सीधे संकुल समन्वयकों एवं हाई स्कूल प्राचार्यों को चालान के आधार पर की जा रही है।
संकुल स्तर पर स्कैनिंग अनिवार्य कर दी गई है। बिना स्कैनिंग के कोई भी पुस्तक किसी छात्र को वितरित नहीं की जाएगी।
12 जून को जिला शिक्षा अधिकारी ने ज्योति निवास संकुल (विकासखंड जशपुर) में पहुंचकर किताबों की स्कैनिंग प्रक्रिया का निरीक्षण किया।
यहां कुल 3895 पुस्तकों की आपूर्ति हुई थी, जिसकी पुष्टि चालान से की गई। शिक्षकों द्वारा स्कैनिंग कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
इसी क्रम में नगर पालिका रोड संकुल का भी निरीक्षण किया गया, जहां संकुल समन्वयक अनुपस्थित पाए गए। इस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने कड़ी नाराज़गी जताई और तत्काल CAC जारी करने के निर्देश विकासखंड शिक्षा अधिकारी को दिए।
डीईओ ने सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों, संकुल समन्वयकों और संबंधित शिक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी स्थिति में स्कैनिंग प्रक्रिया को नजरअंदाज नहीं किया जाए।
यदि किसी स्थान से किताबों की स्कैनिंग में लापरवाही या गड़बड़ी की सूचना प्राप्त होती है, तो जिम्मेदार शिक्षक एवं संकुल समन्वयक के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।
इस वर्ष यू-डाइस डेटा के आधार पर जशपुर जिले में कुल 1,48,259 छात्र-छात्राओं को निशुल्क पुस्तकों का लाभ मिलेगा:
- प्राथमिक स्तर: 76,561 छात्र
- उच्च प्राथमिक स्तर: 47,056 छात्र
- हाई स्कूल स्तर: 24,642 छात्र
हर किताब पर बारकोड के माध्यम से यह ट्रैक किया जा सकेगा कि वह किस जिले, विकासखंड, संकुल एवं विद्यालय के लिए प्रदाय की गई थी। इससे पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।