मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत अब छत्तीसगढ़ के सभी शासकीय विद्यालयों में सामाजिक अंकेक्षण (सोशल ऑडिट) किया जाएगा। इसका उद्देश्य स्कूलों में पारदर्शिता, जवाबदेही और समुदाय की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना है ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में व्यापक सुधार लाया जा सके।
राज्य शिक्षा विभाग के अनुसार, यह सोशल ऑडिट दो चरणों में पूरे प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में किया जाएगा। प्रत्येक जिले के विकासखंडवार स्कूलों में निर्धारित तिथि और समयानुसार सामाजिक अंकेक्षण की प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी। सोशल ऑडिट का समय प्रातः 10 बजे से शाम 4 बजे तक रहेगा।
राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) एवं सहायक संचालक (DPI कार्यालय) को अपने-अपने क्षेत्र के शासकीय प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी शालाओं में सामाजिक अंकेक्षण सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी दी गई है। प्रत्येक विद्यालय में प्रधान पाठक/संस्था प्रमुख को दल प्रभारी बनाया गया है तथा दल के सभी पांच सदस्यों को सोशल ऑडिट संबंधी दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं।
सोशल ऑडिट का उद्देश्य
सामाजिक अंकेक्षण का मुख्य उद्देश्य स्कूलों में पारदर्शिता और जवाबदेही स्थापित करना है। इससे
- शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार,
- शिक्षकों की कार्यक्षमता का मूल्यांकन,
- छात्रों के सीखने के स्तर की पहचान,
- समुदाय की भागीदारी में वृद्धि
जैसे महत्वपूर्ण परिणाम प्राप्त किए जा सकेंगे।
शिक्षा विभाग के अनुसार यह प्रक्रिया समुदाय को शिक्षा के प्रति जागरूक बनाती है और उन्हें निर्णय प्रक्रिया में शामिल करती है, जिससे शैक्षणिक परिणामों में दीर्घकालिक सुधार सुनिश्चित होता है।
डाइट संस्थानों की भूमिका
राज्य के सभी डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) प्राचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने जिले में होने वाले सोशल ऑडिट की सघन मॉनिटरिंग करें। प्रत्येक डाइट प्राचार्य को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके अकादमिक सदस्य विद्यालयों का निरीक्षण कर, रिपोर्ट तैयार करें और शिक्षा विभाग को प्रस्तुत करें।
दो चरणों में होगा कार्य
पहले चरण में राज्य के चयनित जिलों के विकासखंडों में सोशल ऑडिट होगा। इसके उपरांत दूसरे चरण में शेष जिलों के स्कूलों में सामाजिक अंकेक्षण किया जाएगा।
शिक्षा विभाग का मानना है कि यह पहल मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊँचाई तक ले जाने में मील का पत्थर साबित होगी।

