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झारखंड और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों में मौसम का मिजाज़ तेजी से बदल रहा है। झारखंड में जहां अगले दो दिनों तक शुष्क मौसम बना रहेगा, वहीं सुबह-शाम हल्की धुंध और आंशिक बादल लोगों की परेशानी बढ़ाएंगे। रांची मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार फिलहाल किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, लेकिन उत्तर-पश्चिमी हवा के कारण रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग ने 26 से 28 नवंबर तक ठंड में और बढ़ोतरी की चेतावनी जारी की है। कई जिलों में रात की पारे का लुढ़कना जारी रहेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड का असर ज्यादा महसूस होगा। दिन का तापमान सामान्य रहेगा, परंतु सुबह-शाम ठिठुरन बढ़ सकती है।
विभाग ने स्पष्ट किया है कि 28 नवंबर तक बारिश की कोई संभावना नहीं है। उत्तर-पश्चिम दिशा से आ रही सर्द हवा ही ठंड बढ़ाने का मुख्य कारण है। आज से 25 नवंबर तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं दिखेगा—शुष्क आसमान, सुबह हल्की धुंध और सामान्य दिन का तापमान बना रहेगा। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। सुबह-शाम बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनना जरूरी बताया गया है।
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इधर छत्तीसगढ़ में फिलहाल ठंड का असर कम हो गया है, क्योंकि हवा की दिशा बदलने से तापमान सामान्य से ऊपर पहुंच गया है। कई शहरों में दिन के समय गर्मी महसूस की जा रही है, जबकि आबादी वाले क्षेत्रों में सुबह के वक्त केवल हल्की गुलाबी ठंड का अहसास है। अंबिकापुर और सीमावर्ती इलाकों में ठंड का असर अब भी ज्यादा है। कुछ दिनों पहले शीतलहर की स्थिति झेलने के बाद हवा में नमी बढ़ने से ठंड कमजोर पड़ी है।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि दो दिन बाद हवा की दिशा फिर बदलेगी, जिसके बाद न्यूनतम तापमान में 2–3 डिग्री की गिरावट संभव है। इससे ठंड की वापसी तो जरूर होगी, लेकिन कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना कम है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि राज्य में सर्दी का मुख्य दौर दिसंबर और जनवरी में देखने को मिलेगा।
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