नई दिल्ली //
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का आज ऐलान हो सकता है। निर्वाचन आयोग आज शाम चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है। अमर उजाला के सूत्रों के अनुसार, आयोग इस बार दो चरणों में चुनाव कराने की तैयारी में है। पहले चरण का मतदान छठ यानी 27-28 अक्तूबर के तुरंत बाद कराया जा सकता है।
निर्वाचन आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने बिहार में दो दिवसीय समीक्षा यात्रा पूरी कर रविवार को दिल्ली वापसी की। सूत्रों के मुताबिक, इस बार तीन के बजाय दो चरणों में चुनाव कराने का प्रस्ताव प्रवासी बिहारियों की छठ पर्व के बाद वापसी को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। आयोग का मानना है कि छठ के बाद पहले चरण में उत्तरी और मध्य जिलों को शामिल करने से मतदाता भागीदारी में वृद्धि होगी।
इससे पहले रविवार को मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि बिहार विधानसभा चुनावों में इस बार 17 नई पहलें लागू की जाएंगी। इनमें कुछ कदम मतदान प्रक्रिया से पहले, कुछ उसके दौरान और कुछ चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद से संबंधित हैं। कुमार ने बताया कि पहली बार राज्य के सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है और उससे पहले चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। चुनाव तैयारियों की समीक्षा के बाद पटना में सीईसी ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत 22 वर्षों के बाद मतदाता सूची को शुद्ध किया गया है।
ज्ञानेश कुमार ने कहा कि एसआईआर जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत कानूनी और अनिवार्य दोनों प्रक्रिया है। उन्होंने बताया कि इन 17 पहलों में नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) भी शामिल है, जिससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मतदाता के रूप में पंजीकरण के 15 दिनों के भीतर पहचान पत्र प्राप्त हो सके।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर किसी मतदाता को एसआईआर के दौरान नाम जोड़ने या हटाने को लेकर कोई शिकायत है, तो वे जिला मजिस्ट्रेट के पास अपील कर सकते हैं। नामांकन से दस दिन पूर्व तक मतदाता सूची में संशोधन की सुविधा उपलब्ध रहेगी।

