जबलपुर, 29 अक्टूबर 2025।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) अपने शताब्दी वर्ष को ऐतिहासिक स्वरूप देने जा रहा है। इस अवसर पर संघ पूरे देश में एक लाख मंडलों और बस्तियों में हिंदू सम्मेलनों का आयोजन करेगा। शताब्दी वर्ष से जुड़े प्रमुख कार्यक्रमों की रूपरेखा तय करने के लिए जबलपुर में बृहस्पतिवार से अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक शुरू हो रही है।
इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले सहित सभी वरिष्ठ पदाधिकारी, 46 प्रांतों के कार्यवाह और कुल 407 प्रतिनिधि शामिल होंगे। बैठक में संघ के प्रमुख अभियान — घर-घर संपर्क, हिंदू सम्मेलन, नागरिक गोष्ठी, सद्भावना बैठक और पंच परिवर्तन — की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा।
अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि इन सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य समाज में व्यापक संवाद स्थापित करना और संघ के कार्यों के बारे में जनता को विस्तार से अवगत कराना है। बैठक में इन अभियानों की तिथियों और आयोजन प्रारूप पर भी अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
संघ प्रमुख के प्रवास कार्यक्रम होंगे तय
बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के आगामी प्रवास कार्यक्रमों पर भी मुहर लगेगी। संघ प्रमुख दिल्ली की तर्ज पर देश के प्रमुख नगरों में व्याख्यानमाला को संबोधित करेंगे — जिनमें 8-9 नवंबर को बेंगलुरु, 21 दिसंबर को कोलकाता और 7-8 फरवरी को मुंबई शामिल हैं।
समाज के सभी संगठनों से संवाद
संघ इस वर्ष समाज में परिवर्तन और सकारात्मक कार्य करने वाले संगठनों एवं व्यक्तियों से जुड़ने की दिशा में पहल करेगा। आंबेकर ने कहा कि “हमारा उद्देश्य पंच परिवर्तन के माध्यम से समाज में रचनात्मक बदलाव लाना है। जिन संस्थाओं या व्यक्तियों का कार्य समाज के लिए प्रेरणादायक है, उनसे संघ सहयोग और संवाद स्थापित करेगा।”
गुरु तेगबहादुर और बिरसा मुंडा पर विशेष कार्यक्रम
बैठक में सिख गुरु तेगबहादुर के 350वें बलिदान दिवस और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को लेकर भी विशेष वक्तव्य जारी किए जाएंगे। संघ पूरे वर्ष इनके बलिदान और विचारों पर आधारित कार्यक्रम आयोजित करेगा। बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर और गुरु तेगबहादुर का बलिदान दिवस 24 नवंबर को मनाया जाएगा, जिससे इन तिथियों से राष्ट्रव्यापी कार्यक्रमों की शुरुआत होगी।
संघ का मानना है कि इन अभियानों और आयोजनों के माध्यम से समाज में एकता, समरसता और आत्मविश्वास का संदेश व्यापक स्तर पर पहुंचेगा।

