रायपुर 13 नवंबर 2025/ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधिमंडल ने आज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मुलाकात कर मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम की समय सीमा बढ़ाने की मांग की है। कांग्रेस ने आयोग को 6 बिंदुओं का विस्तृत ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि प्रदेश के ग्रामीण, आदिवासी और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मतदाताओं तक पहुँचने के लिए अधिक समय आवश्यक है।
प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री मोहन मरकाम, ताम्रध्वज साहू, पूर्व अध्यक्ष धनेंद्र साहू, विधायक राघवेन्द्र कुमार सिंह, शैलेश नितिन त्रिवेदी, सफी अहमद, महामंत्री सकलेन कामदार, कन्हैया अग्रवाल और मो. सिद्दिक शामिल थे।
कांग्रेस ने अपने ज्ञापन में कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 4 नवम्बर से 4 दिसम्बर 2025 तक SIR कार्यक्रम निर्धारित किया गया है, लेकिन इतने कम समय में प्रदेश के दो करोड़ से अधिक मतदाताओं तक पहुंचना चुनौतीपूर्ण है। इसलिए कार्यक्रम की अवधि बढ़ाना पारदर्शिता और जनभागीदारी के लिए आवश्यक है।
कांग्रेस द्वारा रखे गए प्रमुख बिंदु:
- मतदाता सूची पुनरीक्षण में पारदर्शिता और जनसहभागिता सुनिश्चित की जाए।
- मतदाताओं को आवश्यक दस्तावेज और शिकायत दर्ज कराने के लिए पर्याप्त समय दिया जाए।
- ग्रामीण, आदिवासी और वनांचल क्षेत्रों में संपर्क सुविधा सीमित होने से सूचनाएँ देर से पहुँचती हैं, ऐसे में तिथि विस्तार जरूरी है।
- बस्तर क्षेत्र में आई बाढ़ से विस्थापित परिवार अब भी पुनर्वास प्रक्रिया में हैं, उनके दस्तावेज नष्ट हो गए हैं, इसलिए अतिरिक्त समय दिया जाए।
- वर्तमान में धान कटाई और मिंजाई के कारण ग्रामीण वर्ग व्यस्त है, जिससे वे पुनरीक्षण प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पा रहे हैं।
- अल्प समय सीमा के चलते अनेक नागरिक आयोग तक अपनी समस्याएँ नहीं पहुँचा पा रहे हैं।
सुशील आनंद शुक्ला, अध्यक्ष, कांग्रेस संचार विभाग ने कहा कि यह मांग लोकतांत्रिक और मानवीय दृष्टि से उचित है। उन्होंने कहा कि समय सीमा बढ़ने से मतदाता सूची अधिक सटीक और पारदर्शी बनेगी, जिससे भविष्य के विधानसभा चुनावों में निष्पक्षता बनी रहेगी।

