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छत्तीसगढ़ में ठंड ने एक बार फिर करवट ले ली है। हिमालय से आ रही शीतल हवाओं ने रायपुर और सरगुजा संभाग में कंपकंपी बढ़ा दी है। बीते सप्ताह खाड़ी में बने चक्रवाती परिसंचरण से मौसम में हल्की नरमी आई थी, लेकिन अब उत्तर की बर्फीली हवा ने हालात बदल दिए हैं। अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री पर पहुंच गया, जो पिछले दस वर्षों में सबसे कम है। यह तापमान सामान्य से 4 डिग्री कम है, जिससे इलाके में ठिठुरन और बढ़ गई है। पूरे प्रदेश में बीते 24 घंटे तक मौसम शुष्क रहा और कहीं भी बारिश नहीं हुई।
रायपुर माना एयरपोर्ट का न्यूनतम तापमान भी 11.7 डिग्री दर्ज किया गया, जो यहां का भी दस साल का सबसे कम तापमान है। सुबह हवा में नमी 60–90 फीसदी रही, लेकिन दिन ढलते-ढलते यह 40–58 फीसदी तक गिर गई। ठंडी हवाओं की रफ्तार लगभग 2 किमी प्रति घंटे के आसपास बनी हुई है।

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प्रदेश में शुक्रवार को दुर्ग सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 29.2 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि अंबिकापुर सबसे ठंडा रहा।
बिलासपुर, पेंड्रारोड, जगदलपुर और दुर्ग में भी न्यूनतम तापमान दो अंकों में सिमटा रहा, जिससे साफ है कि सर्दी प्रदेश भर में अपने रंग दिखाने लगी है।
इस बीच बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान ‘देवराह’ सक्रिय है। फिलहाल यह श्रीलंका और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर मंडरा रहा है। 30 नवंबर तक इसके उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तट तक पहुंचने की संभावना है, हालांकि छत्तीसगढ़ पर इसका सीधा असर नहीं पड़ेगा।
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मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। आने वाले 2–3 दिनों में इसमें 2–3 डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है। शनिवार को रायपुर में आसमान साफ रहने के साथ अधिकतम तापमान लगभग 27 डिग्री और न्यूनतम 13 डिग्री रहने का अनुमान है।

