रायपुर/18 अगस्त 2025। अघोषित बिजली कटौती को लेकर सवाल उठाते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि सरप्लस बिजली वाले छत्तीसगढ़ में भाजपा के 20 महीने के कुशासन में ही 8-8 घंटे बिजली कटौती होने लगी है। एक तरफ खंडवर्षा से मैदानी क्षेत्रों के पानी की कमी के चलते खेती में दरारें पड़ रही है, बिजली कटौती के कारण किसान पंप से भी सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं, कई जिलों में किसान बांध से पानी छोड़ने की मांग को लेकर लगातार आंदोलित हैं, खरीफ की फसल बर्बाद होने की कगार पर है, लेकिन किसान विरोधी भाजपा सरकार अभी तक जाग नहीं रही है। नहरों से तत्काल पानी छोड़े सरकार अन्यथा बिजली कटौती के खिलाफ और बांध से पानी छोड़ने की मांग को लेकर कांग्रेस आंदोलन करेगी।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भाजपा सरकार की प्राथमिकताओं में जन सुविधा है ही नहीं। स्कूलों में तिमाही परीक्षा का समय आ गया है, बिजली कटौती से लाइट, पंखे के अभाव में अध्ययन, अध्यापन कर पाना मुश्किल हो रहा है। नेता, मंत्री, अफसरों ने अपने लिए तो सरकारी संसाधनों से इनवर्टर, जनरेटर की व्यवस्था कर ली है, गरीब, मध्यमवर्ग और आम जनता की सुध लेने की फुर्सत इस सरकार को नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा की ऊर्जा कोर सेक्टर में आता है, जिसका सीधा संबंध उत्पादकता से है, यह विभाग प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास है, फिर भी सरकार की अकर्मण्यता के चलते बिजली कटौती की नौबत आ रही है। प्रदेश में औद्योगिक उत्पादन लगातार घट रहा है लेकिन यह सरकार सोई हुई है। विकास के नाम पर इस सरकार ने केवल बिजली के दाम की बढ़ोतरी और सब्सिडी में कटौती ही की है। बिना मांग के जबरिया स्मार्ट मीटर लगाकर अनाप शनाप बिजली के बिल भेजे जा रहे है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय बिजली पूरा और 400 यूनिट तक हाफ योजना के कारण बिजली का बिल आधा आता था, अब भाजपा की सरकार में बिजली कटौती के चलते बिजली केवल आधे समय के लिए आती है और बिजली के दाम दोगुना होकर आ रहे हैं।