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राजधानी रांची समेत झारखंड और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में बुधवार से चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का असर दिखने लगा है। बुधवार सुबह से ही रांची, खूंटी, बोकारो, लोहरदगा और हजारीबाग जैसे जिलों में लगातार बारिश हो रही है।
मौसम विभाग के अनुसार, यह तूफान फिलहाल उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है और इसका असर 31 अक्टूबर तक दोनों राज्यों में देखने को मिलेगा।
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झारखंड में लगातार बारिश, बिजली गिरने का खतरा
मौसम विज्ञान केंद्र रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि चक्रवात मोंथा के कारण झारखंड के दक्षिण-पश्चिमी और मध्य भागों में भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है।
30 अक्टूबर को पलामू, गढ़वा, लातेहार, कोडरमा, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, खूंटी, गुमला, लोहरदगा, बोकारो और गिरिडीह जिलों में कई स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
उन्होंने कहा कि तूफान इस समय काठी नाला के पास सक्रिय है और उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। अगले 24 से 48 घंटों में इसका प्रभाव और बढ़ने की संभावना है।
रांची जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि
- नदी, नालों और निचले इलाकों में न जाएं,
- खुले मैदानों, ऊंचे पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहें,
- बिजली गिरने की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
इसके अलावा तेज बारिश और हवा के कारण कई हवाई सेवाएं बाधित हुई हैं। रांची एयरपोर्ट पर कई विमान विलंब से पहुंचे हैं।
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छत्तीसगढ़ में भी दिखने लगा प्रभाव, कई जिलों में अलर्ट
तूफान मोंथा का असर अब छत्तीसगढ़ में भी दिखने लगा है।
राज्य के दक्षिणी जिलों बस्तर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बीजापुर और सुकमा में तेज बारिश के साथ तूफानी हवाएं चल रही हैं।
मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि अन्य 27 जिलों — जिनमें रायपुर, दुर्ग, कांकेर, कोरबा, सरगुजा और महासमुंद शामिल हैं — में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घरों में सुरक्षित रहने और आवश्यकतानुसार ही बाहर निकलने की अपील की है।
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तेज हवाएं और गिरते पेड़ बने खतरा
बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों से पेड़ों के गिरने और सड़कों के अवरुद्ध होने की खबरें आई हैं।
कई ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है।
बारिश के साथ तेज हवाओं ने खेतों में खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है।
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 2 से 3 दिनों तक छत्तीसगढ़ के दक्षिणी और मध्य हिस्सों में तेज हवाएं और मध्यम से भारी वर्षा जारी रह सकती है।
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प्रशासन की अपील: सतर्क रहें और अफवाहों से बचें
दोनों राज्यों के प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम विभाग और जिला प्रशासन द्वारा जारी चेतावनियों को गंभीरता से लें।
किसी भी आपात स्थिति में नजदीकी कंट्रोल रूम या आपदा प्रबंधन केंद्र से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।
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चक्रवाती तूफान मोंथा के कारण झारखंड और छत्तीसगढ़ के कई जिलों में भारी बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाओं का दौर जारी है।
मौसम विभाग के अनुसार, 31 अक्टूबर तक यह असर बना रहेगा।
प्रशासन और नागरिकों के लिए फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती है — सुरक्षित रहना और सावधानी बरतना।

