जशपुर: सोमवार देर शाम कुनकुरी वन परिक्षेत्र के गढ़ाकटा गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। खेत देखने गए एक पिता और उसके दो बेटों पर दो जंगली हाथियों ने अचानक हमला कर दिया। बेटों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचा ली, लेकिन पिता हाथियों की चपेट में आ गए। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। इस हादसे से पूरे गांव में मातम पसरा है।
अचानक हुए हमले से गांव में मचा हड़कंप
घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और हाथियों की मूवमेंट पर नजर रखी। बताया जा रहा है कि यह हाथी पिछले कुछ दिनों से गढ़ाकटा और आसपास के इलाकों में घूम रहे हैं। ग्रामीणों ने पहले भी वन विभाग से सुरक्षा उपायों की मांग की थी।
वन विभाग ने ग्रामीणों को किया सतर्क
वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को रात में खेतों और जंगल के किनारों पर न जाने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि हाथियों का झुंड इलाके में मौजूद है और उन्हें जंगल की ओर खदेड़ने के प्रयास जारी हैं। इस बीच गांव में भय और चिंता का माहौल है।
लगातार बढ़ रहा है हाथियों का आतंक
छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में जंगली हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते कुछ महीनों में हाथियों के हमले से कई लोगों की जान जा चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग को जल्द ही प्रभावी कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके।
गढ़ाकटा गांव में हुआ यह हादसा इस बात की चेतावनी है कि मानव-वन्यजीव संघर्ष कितनी तेजी से बढ़ रहा है। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए त्वरित और ठोस कदम उठाने की जरूरत है। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

