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रायपुर। महंगाई भत्ता (DA/DR), वेतन विसंगतियाँ, कैशलेस चिकित्सा सुविधा व नियमितिकरण सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने 29, 30 और 31 दिसंबर को तीन दिवसीय कामबंद–कलमबंद आंदोलन का ऐलान कर दिया है।
फेडरेशन का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा लगातार आश्वासन देने के बावजूद अब तक ठोस निर्णय न होने से कर्मचारियों में भारी असंतोष है।
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फेडरेशन की प्रमुख माँगें ये हैं-
- केंद्र के समान DA व DR का भुगतान
- वर्ष 2019 से लंबित DA एरियर GPF में जमा
- विभिन्न विभागों की वेतन विसंगतियों का निराकरण
- 8, 16, 24 और 32 वर्ष में चार स्तरीय पदोन्नति वेतनमान
- संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण
- अधिवर्षिता आयु 65 वर्ष किए जाने की माँग
- कार्यस्थल भत्ता, दैनिक वेतनभोगी व अतिथि शिक्षकों सहित अन्य कर्मचारियों के नियमितीकरण पर निर्णय
- कैशलेस चिकित्सा सुविधा शीघ्र लागू


फेडरेशन ने कहा —“सरकार यदि समय पर सकारात्मक पहल नहीं करती है तो जनवरी में इससे भी उग्र आंदोलन की तैयारी की जाएगी। इसके लिए संभाग स्तरीय आंदोलन की तिथि निर्धारित की गईं है-
| संभाग | तिथि | स्थान |
|---|---|---|
| दुर्ग | 13 दिसंबर | दुर्ग |
| बस्तर | 14 दिसंबर | जगदलपुर |
| बिलासपुर | 18 दिसंबर | बिलासपुर |
| सरगुजा | 19 दिसंबर | सूरजपुर |
| रायपुर | 20 दिसंबर | रायपुर |
इन बैठकों में फेडरेशन से संबद्ध सभी प्रांत अध्यक्ष/महामंत्री, संभाग स्तरीय पदाधिकारी, जिला संयोजक व महासचिव शामिल होंगे।फेडरेशन ने सभी को स्पष्ट संदेश दिया है कि —“फेडरेशन द्वारा लिए गए निर्णय सभी संगठनों पर बाध्यकारी होंगे। एकजुटता ही आंदोलन की सफलता की कुंजी है।”
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