रायपुर छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की बहुप्रतीक्षित और निर्णायक हड़ताल का आगाज आज से हो गया है राज्य के 146 विकासखंडों में एक साथ शिक्षक सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करेंगे करीब एक लाख अस्सी हजार शिक्षक इस आंदोलन में भाग लेंगे जिससे प्रदेशभर में स्कूलों की पढ़ाई ठप पड़ने की संभावना है
इस बार हड़ताल को और भी मजबूत बनाने के लिए प्रदेश के 23 शिक्षक संगठन एक मंच पर आए हैं और शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के बैनर तले सरकार से आर पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं
क्या हैं शिक्षकों की मुख्य मांगे
शिक्षिका सोना साहू के आदेश के अनुरूप सभी को लाभ
राज्य के सूरजपुर जिले की शिक्षिका सोना साहू को प्रथम नियुक्ति तिथि से क्रमोन्नति वेतनमान और एरियर्स राशि का लाभ उच्च न्यायालय के आदेश पर मिला है संगठन की मांग है कि इसी तरह का जनरल ऑर्डर पूरे प्रदेश के लिए जारी किया जाए ताकि सभी पात्र शिक्षकों को आर्थिक लाभ मिल सके
सेवा गणना नियुक्ति तिथि से हो
उन्नीस सौ पचानवे और अठ्ठानवे में नियुक्त हुए शिक्षकों की सेवा गणना संविलियन तिथि दो हजार अठारह से की जा रही है जिससे उन्हें पुरानी पेंशन सहित कई लाभों से वंचित किया जा रहा है संगठन प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना और पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहा है
डीएड शिक्षकों को पदोन्नति मिले
डीएड योग्यताधारी शिक्षकों को व्याख्याता और प्राचार्य जैसे पदों पर पदोन्नति देने की मांग की जा रही है जिसे अब तक अनदेखा किया गया है
युक्तियुक्तिकरण रद्द कर पुराना सेटअप लागू हो
दो हजार आठ के सेटअप को दरकिनार कर वर्तमान में युक्तियुक्तिकरण किया गया है जिसमें प्रदेश भर के लगभग सत्तावन हजार शिक्षकों के पद अचानक खत्म कर दिए गए हैं इससे स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता और छात्रों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है
आर पार की लड़ाई शिक्षक साझा मंच का दो टूक ऐलान
शिक्षक साझा मंच के संयोजक मंडल ने राज्य सरकार को चेताया है कि यदि मांगों को हल्के में लिया गया तो पूरे प्रदेश में स्कूलों में तालेबंदी कर अनिश्चितकालीन आंदोलन छेड़ा जाएगा इस स्थिति के लिए पूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी
आंदोलन में शामिल शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधि
संजय शर्मा मनीष मिश्रा केदार जैन वीरेंद्र दुबे विकास राजपूत जाकेश साहू कृष्णकुमार नवरंग राजनारायण द्विवेदी भूपेंद्र बनाफर शंकर साहू भूपेंद्र गिलहरे चेतन बघेल गिरीश केशकर लैलूंन भरतद्वाज प्रदीप पांडे प्रदीप लहरे राजकिशोर तिवारी कमल दास मुरचले प्रीतम कोशले विक्रम राय विष्णु प्रसाद साहू धरम दास बंजारे अनिल कुमार टोप्पो
पिछले चरण का आंदोलन भी रहा प्रभावी
पंद्रह से तीस जून तक प्रदेशभर के शिक्षकों ने काली पट्टी लगाकर स्कूलों में जाकर शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया था लेकिन अब जब सरकार ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो आज से पूर्ण बहिष्कार और सड़क पर उतरने की रणनीति अपनाई गई है
यदि सरकार की ओर से जल्द पहल नहीं हुई तो यह आंदोलन शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह प्रभावित कर सकता है शिक्षकों ने एकजुट होकर यह स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने अधिकारों के लिए पीछे नहीं हटेंगे