नई दिल्ली। देश के अलग-अलग हिस्सों में मानसून अब पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और इसके प्रभाव से उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक भारी बारिश की चेतावनियों का सिलसिला जारी है। राजधानी दिल्ली में मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना जताई गई है। हवाएं 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं और तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की उम्मीद है। शनिवार को न्यूनतम तापमान 27 डिग्री और अधिकतम 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।
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देश के मध्य भागों में भी मानसून का असर साफ दिखने लगा है। मध्य प्रदेश में 22 से 25 जून तक लगातार भारी वर्षा का अनुमान है। इसी तरह छत्तीसगढ़ और झारखंड में आज तेज बारिश हो सकती है, जबकि बिहार में 24 से 26 जून के बीच मौसम और अधिक बिगड़ सकता है। पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी 22 से 24 जून तक गरज के साथ बारिश की संभावना है।
ओडिशा में 24 से 26 जून के बीच भारी बारिश की चेतावनी दी गई है और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 23 जून को बारिश काफी अधिक हो सकती है। पूर्वी मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में भी अगले दो दिनों तक भारी बारिश के संकेत हैं। मानसून की रफ्तार पश्चिम भारत में भी तेज हो गई है। गुजरात और मध्य महाराष्ट्र के अलावा गोवा में 22 से 26 जून तक अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
गुजरात और मध्य प्रदेश के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। 21 जून को गुजरात के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे जलभराव और निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
उत्तर भारत के राज्यों में भी मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 22 से 26 जून के बीच कई स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी बारिश की गतिविधियां तेज रहेंगी। खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में 22 से 24 जून के बीच बहुत भारी बारिश की चेतावनी है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी 22, 25 और 26 जून को मौसम उग्र हो सकता है।
दक्षिण भारत की बात करें तो केरल और कर्नाटक में भी लगातार बारिश की संभावना है। 22 से 26 जून के बीच यहां कई इलाकों में भारी वर्षा हो सकती है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और समुद्र में स्थिति प्रतिकूल रहेगी। तमिलनाडु में बारिश तो कम होगी, लेकिन गरमी और उमस काफी अधिक बनी रहेगी।
देश के मौसम विभाग ने इन सभी गतिविधियों को देखते हुए लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। निचले और संवेदनशील इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। कई राज्यों में प्रशासन ने आपदा प्रबंधन दलों को अलर्ट पर रखा है।
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आने वाले दिनों में बारिश की तीव्रता और दायरा दोनों बढ़ सकते हैं। मौसम का यह बदलता स्वरूप न केवल राहत की बारिश लेकर आया है, बल्कि कई क्षेत्रों में चिंता भी बढ़ा रहा है। ऐसे में नागरिकों को सलाह दी जा रही है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का गंभीरता से पालन करें और आवश्यक सुरक्षा उपायों को अपनाएं।