छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई हुई है! सीपत तहसील के नायब तहसीलदार देश कुमार कुर्रे को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने सोमवार को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। तहसीलदार ने एक किसान से उसकी मां की मौत के बाद फौती जमीन का रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए मोटी रकम की डिमांड की थी। यह घटना एक बार फिर सरकारी दफ्तरों में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करती है। किसान की सूझबूझ और ACB की मुस्तैदी से यह भ्रष्ट अधिकारी अब सलाखों के पीछे होगा।
रिश्वत की डिमांड: 21 एकड़ जमीन और ₹1.50 लाख की ‘डील’
यह पूरा मामला सीपत तहसील के ग्राम बिटकुला से जुड़ा है। यहां के निवासी किसान प्रवीण पाटनवार की माताजी का देहांत हो चुका था। उनकी मां के नाम पर लगभग 21 एकड़ कृषि भूमि थी, जिसके रिकॉर्ड में फौती दर्ज कर किसान और उसके भाई-बहनों का नाम चढ़ाना था। जब प्रवीण इस काम के लिए नायब तहसीलदार देश कुमार कुर्रे से मिले, तो अधिकारी ने सीधे-सीधे 1 लाख 50 हजार रुपए की मांग कर डाली। बाद में सौदा ₹1 लाख 20 हजार में तय हुआ। इतनी बड़ी रकम सुनकर किसान के होश उड़ गए और उसने इस भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने का फैसला किया।
रंगे हाथों पकड़वाने के लिए किसान ने बनाई ‘मास्टरप्लान’
नायब तहसीलदार की लगातार पैसों की डिमांड से परेशान होकर किसान प्रवीण पाटनवार ने उसे रंगे हाथों पकड़वाने की योजना बनाई। उसने तुरंत मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) बिलासपुर से की। ACB ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सत्यापन कराया, जो बिल्कुल सही पाया गया। इसके बाद, ACB की टीम ने एक गोपनीय जाल बिछाया। किसान प्रवीण ने नायब तहसीलदार कुर्रे से पहली किश्त के रूप में 50 हजार रुपए देने का समय और जगह तय की। यह भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एक सुनियोजित कार्रवाई थी।
एनटीपीसी कॉफी हाउस में बिछाया गया ACB का जाल
सोमवार को ACB बिलासपुर ने अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया। तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार, नायब तहसीलदार कुर्रे ने किसान प्रवीण को पैसे देने के लिए एनटीपीसी के कॉफी हाउस पर बुलाया। जैसे ही किसान ने रिश्वत की पहली किश्त ₹50 हजार नायब तहसीलदार कुर्रे को थमाई, मौके पर पहले से मौजूद ACB की टीम ने अधिकारी को दबोच लिया। गिरफ्तार नायब तहसीलदार पर अब भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। यह गिरफ्तारी एक कड़ा संदेश है कि सरकारी बाबू अब आसानी से बच नहीं पाएंगे। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।


