नई दिल्ली
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा दसवीं और बारहवीं की प्रैक्टिकल परीक्षाओं को लेकर नई स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर लागू कर दी हैअब स्कूल प्रैक्टिकल के दिन ही पोर्टल पर अंक अपलोड करेंगेदेरी या गलती की स्थिति में कोई सुधार का अवसर नहीं दिया जाएगा
बोर्ड ने चेतावनी दी है कि गलत या मनमाने तरीके से अंक भेजने पर संबंधित स्कूल प्रशासन के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी हर डेटा की जिम्मेदारी अब परीक्षकों पर भी होगीप्रैक्टिकल आंसर बुक में दोनों परीक्षकों द्वारा सटीकता का प्रमाण भरना अनिवार्य होगा
समय सीमाओं का कड़ाई से पालन जरूरी
नियमित सत्र वाले स्कूलों में प्रैक्टिकल
1-01-2026 से 14-02-2026 तक
विंटर बाउंड स्कूलों में प्रैक्टिकल
छह नवंबर दो हजार पच्चीस से छह दिसंबर दो हजार पच्चीस तक
बोर्ड ने कहा कि इस वर्ष चार अलग परीक्षाएं होने के कारण
समय प्रबंधन बेहद चुनौतीपूर्ण होगा
इसलिए सभी स्कूल योजना बनाकर ही मूल्यांकन करें
रगुलर और प्राइवेट छात्रों के लिए व्यवस्था
LOC में नाम शामिल रेगुलर छात्रों को ही परीक्षा का अवसर
नाम नहीं होने की स्थिति में तुरंत क्षेत्रीय कार्यालय से संपर्क आवश्यक
स्कूल यह सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षा में वही छात्र उपस्थित हों जिनका डेटा अपलोड किया जा रहा है
प्राइवेट उम्मीदवारों के मूल्यांकन में बोर्ड की नीति पूर्णतया लागू होगी
जरूरत पड़ने पर प्रैक्टिकल दोबारा करवाया जा सकता है
सभी सूचना स्पष्ट रूप से छात्रों तक पहुंचाना स्कूल की जिम्मेदारी होगी
CBSE ने कहा कि नई प्रक्रिया पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैबोर्ड को उम्मीद है कि स्कूल इसे जिम्मेदारी से लागू करेंगेऔर छात्र भी निर्धारित तिथियों और प्रक्रियाओं का पालन करेंगे

