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नवा रायपुर (छत्तीसगढ़)।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर अटल नगर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में एक विशेष कार्यक्रम ‘दिल की बात’ के तहत जन्मजात हृदय रोगों (Congenital Heart Disease) से पीड़ित बच्चों से मुलाकात की।
कार्यक्रम में शामिल करीब 2,500 बच्चे, जिन्होंने इस अस्पताल में दिल की सर्जरी या इलाज कराया था, प्रधानमंत्री से मिलकर बेहद उत्साहित नजर आए।
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बच्चों से खुलकर की “दिल की बात”
प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों से उनके स्वास्थ्य, पढ़ाई और सपनों के बारे में बातचीत की। उन्होंने बच्चों की कहानियां सुनीं और उन्हें प्रोत्साहित भी किया।कार्यक्रम का माहौल बेहद भावनात्मक और प्रेरणादायक रहा — कई बच्चे पीएम से हाथ मिलाना चाहते थे, तो कुछ गले लगने के लिए आगे बढ़े।
पीएम मोदी ने बच्चों से कहा कि उन्होंने बड़ी बहादुरी से बीमारी पर विजय पाई है, और अब वे देश का भविष्य हैं।
उन्होंने कहा —“आप सबका जीवन बहुत अनमोल है। आप अब स्वस्थ हैं, खूब पढ़ो, खेलो और अपने सपनों को पूरा करो। देश को आप जैसे बहादुर बच्चों पर गर्व है।”
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दिल छू लेने वाले पल
इस संवाद के दौरान कई दिल को छू लेने वाले पल देखने को मिले।
एक बच्ची ने बताया कि वह हॉकी खेलती है, कई अवॉर्ड जीत चुकी है और छह महीने पहले उसका दिल का ऑपरेशन हुआ था। उसने कहा कि अब वह पूरी तरह स्वस्थ है और बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती है।
इस पर पीएम मोदी ने मुस्कराते हुए पूछा —“जब तुम डॉक्टर बनोगी, तो हम बूढ़े हो जाएंगे, क्या तब हमारा भी इलाज करोगी?”
बच्ची ने तुरंत हां में जवाब दिया, जिससे पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा।एक अन्य बच्चे ने कहा कि वह बड़ा होकर सैनिक बनना चाहता है क्योंकि “जवान हमारे देश की रक्षा करते हैं।”एक छोटी बच्ची ने प्रधानमंत्री को कविता सुनाई, जबकि दूसरी ने कहा कि “प्रधानमंत्री से मिलना मेरा सपना था”।
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बच्चों के आत्मविश्वास की तारीफ
एक बच्ची ने जब कहा कि उसके शिक्षक कहते हैं वह पढ़ाई में अच्छी है लेकिन थोड़ा अटकती है, तो प्रधानमंत्री ने उसे प्रेरित करते हुए कहा —“इस तरह सच बोलने का तुमको बहुत फायदा होगा, यह ईमानदारी तुम्हें आगे ले जाएगी।”पीएम मोदी ने कार्यक्रम के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा कि इन बच्चों के हौसले और मुस्कुराहट ने उनका दिन बना दिया।
उम्मीद और प्रेरणा का संदेश
‘दिल की बात’ कार्यक्रम ने न केवल इन बच्चों के जीवन में नई ऊर्जा भरी, बल्कि देशभर के लोगों के दिलों को भी छू लिया।
प्रधानमंत्री की सादगी और आत्मीयता ने इन बच्चों को यह भरोसा दिलाया कि वे भी देश की नई कहानी लिख सकते हैं।
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