जशपुर जिले के थाना सन्ना क्षेत्र अंतर्गत युवती से दुष्कर्म के गंभीर मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। दोनों आरोपियों ने अलग-अलग समय पर शादी का झांसा देकर पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया था, और जब वह गर्भवती हो गई तो विवाह से इनकार कर दिया।
मामले की जानकारी के अनुसार 20 जुलाई 2025 को सन्ना क्षेत्र की एक 22 वर्षीय युवती ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरोपी अभिषेक यादव, जो उसी गांव का निवासी और पीड़िता का परिचित है, 31 अक्टूबर 2024 को उसके घर आया और प्रेम और विवाह का प्रस्ताव दिया। उसने पीड़िता को एक सुनसान जंगल में ले जाकर दुष्कर्म किया और उसके बाद लगातार 30 जून 2025 तक हर आठ-दस दिन के अंतराल में विवाह का झांसा देकर शारीरिक शोषण करता रहा। जब पीड़िता छह से सात माह की गर्भवती हो गई तो आरोपी ने विवाह से इंकार कर दिया।
इसी दौरान उसी गांव के एक अन्य युवक कपिलदेव यादव, जिसकी पत्नी पहले ही उसे छोड़ चुकी है, ने भी पीड़िता की मजबूरी का फायदा उठाते हुए उसे विवाह का झांसा दिया। उसने 17 जुलाई 2025 को पीड़िता को अपने घर बुलाया और दुष्कर्म किया। इसके बाद वह भी विवाह से मुकर गया।
पीड़िता की रिपोर्ट पर थाना सन्ना में दोनों आरोपियों अभिषेक यादव और कपिलदेव यादव के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 64(2)(M) के अंतर्गत अपराध दर्ज कर जांच प्रारंभ की गई। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को कुछ ही घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपराध स्वीकार किया और पर्याप्त साक्ष्य भी पाए गए, जिसके आधार पर उन्हें विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
इस मामले की कार्रवाई में थाना प्रभारी सन्ना उप निरीक्षक बृजेश यादव, आरक्षक संतोष प्रजापति, प्रवीण खलखो, विमलेश्वर, नीलम साय पैंकरा, मनोज जांगड़े, अभय चौबे एवं महिला आरक्षक सुनीति एक्का की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने कहा कि जशपुर पुलिस महिलाओं से संबंधित अपराधों के प्रति अत्यंत संवेदनशील है। शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और कानून सम्मत सख्त कार्रवाई की जाएगी।