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नई दिल्ली। गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी दिवस पर 25 नवंबर को दिल्ली में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को यह घोषणा करते हुए कहा कि यह अवकाश गुरु साहिब के अद्वितीय बलिदान, उनके आध्यात्मिक उपदेशों और मानवता की रक्षा के प्रति उनके समर्पण को नमन करने के लिए रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु तेग बहादुर का जीवन अत्याचार, धार्मिक असहिष्णुता और अन्याय के खिलाफ खड़े होने का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने न केवल सिख पंथ के नौवें गुरु के रूप में मार्गदर्शन दिया बल्कि संपूर्ण मानवता की स्वतंत्रता और सम्मान के संरक्षक के रूप में भी अपनी पहचान स्थापित की।
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गुरु तेग बहादुर ने प्रताड़ित कश्मीरी पंडितों और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनका बलिदान भारतीय इतिहास की वह अमर घटना है जिसने यह संदेश दिया कि सत्य, न्याय और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए किसी भी मूल्य पर खड़ा होना ही सच्ची मानवता है।मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्लीवासियों से अपील की कि वे इस दिवस को श्रद्धा, एकता और सेवा भाव के साथ मनाएं तथा गुरु साहिब के संदेशों—साहस, त्याग और मानवीय कल्याण—को अपने जीवन में अपनाएं।
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