सिवगंगा (तमिलनाडु)। सिवगंगा जिले के थिरुपाथुर के पास सोमवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे ने कई परिवारों को शोक में डुबो दिया। हाईवे पर दो सरकारी बसों की आमने–सामने टक्कर में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 40 यात्री घायल हुए हैं। शुरुआती तौर पर सात मौतों की पुष्टि हुई थी, लेकिन बचाव कार्य पूरा होने पर मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई।
जानकारी के मुताबिक एक बस करैकुड़ी की ओर जा रही थी, जबकि दूसरी बस मदारै की दिशा से आ रही थी। बताया जा रहा है कि दोनों बसें तेज रफ्तार में थीं और हाईवे के एक मोड़ पर अचानक आमने-सामने भिड़ गईं। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों बसों के आगे के हिस्से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और कई यात्री अंदर ही फंस गए।
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हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और फंसे हुए यात्रियों को बाहर निकालने में मदद की। इसके बाद सभी घायलों को एंबुलेंस से सिवगंगई सरकारी अस्पताल ले जाया गया।अस्पताल प्रशासन के मुताबिक 20 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हैं और कई मरीजों को आईसीयू में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि गंभीर घायलों की स्थिति को लेकर अगले कुछ घंटे बेहद अहम होंगे।
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तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह “गहराई से सदमे में हैं और पीड़ा में हैं।” मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर और प्रभारी मंत्री को तुरंत मौके पर पहुंचने तथा सभी घायलों को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। स्टालिन ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
तेज रफ्तार और मोड़ कारण बनने की आशंका
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक हादसा तेज रफ्तार और सड़क पर पड़े अचानक मोड़ की वजह से हुआ हो सकता है। ट्रैफिक पुलिस ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हाईवे के इस हिस्से पर यातायात को अस्थायी रूप से सीमित कर दिया है।यह दुखद हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार पर नियंत्रण की आवश्यकता की ओर ध्यान आकर्षित करता है।

