नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान मोंथा की तबाही के बाद अब एक और चक्रवात दस्तक देने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी से सटे इलाकों के लिए नया चक्रवात अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों के भीतर म्यांमार-बांग्लादेश तटों के पास एक नया चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय हो सकता है, जिसके प्रभाव से तेज बारिश और आंधी-तूफान की संभावना है।
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 2 नवंबर की सुबह बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य और म्यांमार तटवर्ती क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनना शुरू हो गया है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से करीब 5.8 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। अगले दो दिनों में यह प्रणाली उत्तर और फिर उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए म्यांमार-बांग्लादेश तटों के पास पहुंच सकती है।
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आईएमडी ने चेतावनी दी है कि उत्तरी अंडमान सागर और उसके आसपास के इलाकों में 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। 4 नवंबर के बाद इस सिस्टम के और तेज होने की संभावना जताई गई है। इसके चलते समुद्र की स्थिति अत्यंत अशांत रहने का अनुमान है।
अलर्ट को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है। स्थानीय प्रशासन ने नाव संचालकों, द्वीपवासियों और पर्यटकों से भी सतर्क रहने और समुद्र में किसी भी प्रकार की मनोरंजक गतिविधियों से परहेज करने की अपील की है।
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आईएमडी का कहना है कि अगर यह प्रणाली अगले कुछ दिनों में और संगठित होती है, तो यह नया चक्रवात बन सकता है। फिलहाल विभाग लगातार इस पर नजर रखे हुए है और तटीय राज्यों को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए गए हैं।
मोंथा के बाद संभावित नए चक्रवात का यह अलर्ट मौसम के बदलते रुख का संकेत है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में नवंबर का महीना आमतौर पर चक्रवाती गतिविधियों के लिए सक्रिय माना जाता है, इसलिए तटीय इलाकों में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
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