आज एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मामूली सी चीज़ – लोटा – दो जिंदगियां लील गया। सहीआरा गांव में एक सूखे कुएं में गिरे लोटे को निकालने के लिए पहले बेटा और फिर उसे बचाने उतरे पिता की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा न सिर्फ एक परिवार को उजाड़ गया, बल्कि पूरे गांव को सदमे में डाल गया है। शुरुआती जांच में मौत का कारण कुएं के भीतर दम घुटना और ऑक्सीजन की कमी बताया जा रहा है।
लोटा निकालने उतरा बेटा, काफी देर तक नहीं लौटा
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गांव के निवासी मुन्ना रजवार (36) का लोटा गलती से करीब 30 फीट गहरे सूखे कुएं में गिर गया था। वह लोटा निकालने खुद कुएं में उतर गया, लेकिन देर तक बाहर नहीं आया। जब मुन्ना नहीं लौटा, तो उसके पिता जगत रजवार (60) टॉर्च लेकर कुएं के पास पहुंचे। बेटे को अंदर फंसा देख वह भी उसे बचाने के लिए कुएं में उतर गए। हालांकि कुएं में पानी नहीं था, लेकिन उसके तल में कीचड़ और दम घुटने जैसी स्थिति थी। दोनों वहीं फंस गए। आशंका है कि ऑक्सीजन की कमी और अंदर गैस जैसी स्थिति होने के कारण दोनों की दम घुटने से मौत हो गई। घटना झारखंड के पलामू जिले की है।
सोमवार सुबह सामने आई घटना, प्रशासन मौके पर पहुंचा
घटना की जानकारी गांव वालों को सोमवार सुबह हुई, जब दोनों के घर से बाहर न निकलने पर उन्हें ढूंढ़ा गया। कुएं के पास जाकर देखा गया तो सारा मामला साफ हुआ। भयावह हालात के कारण कोई भी ग्रामीण कुएं में उतरने को तैयार नहीं था। सूचना मिलते ही प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
ऑक्सीजन सप्लाई के बाद बाहर निकाले गए शव
राहत कार्य शुरू करने से पहले कुएं में ऑक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से हवा पहुंचाई गई और पंखा लगाकर भीतर के वातावरण को बेहतर किया गया। इसके बाद ग्रामीणों की मदद से दोनों शव बाहर निकाले गए। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया।
मौके पर पहुंचे अधिकारी, शुरुआती जांच में दम घुटना बताया गया कारण
घटनास्थल पर हुसैनाबाद SDO गोरांग महतो, CO पंकज कुमार, BDO सुनील वर्मा, थाना प्रभारी सोनू कुमार चौधरी और स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी डॉ. विनेश कुमार व डॉ. विकास कुमार मौजूद रहे। प्रारंभिक जांच के अनुसार, संकीर्ण और बंद कुएं में ऑक्सीजन की कमी ही मौत की वजह मानी जा रही है।