आसमान प्रेमियों के लिए यह सप्ताह बेहद खास होने वाला है। मंगलवार और बुधवार की रात को एक अद्भुत खगोलीय घटना — पर्सिड्स उल्का बौछार — देखने को मिलेगी। हर साल की तरह इस बार भी अगस्त में यह चमकदार उल्का बारिश अपने चरम पर पहुंचने जा रही है, जिसमें हर घंटे लगभग 100 उल्कापिंड गिर सकते हैं। इस दौरान चमकीली धारियां और यहां तक कि आग के गोले भी देखे जा सकते हैं।
क्या है पर्सिड्स उल्का बौछार?
नासा के अनुसार, पर्सिड्स वर्ष की सबसे लोकप्रिय उल्का बौछारों में से एक है। यह घटना तब होती है जब पृथ्वी स्विफ्ट-टटल नामक धूमकेतु के पीछे छोड़े गए धूल और मलबे के बादल से गुजरती है। ये उल्कापिंड, जो अक्सर रेत के कण जितने छोटे होते हैं, जब पृथ्वी के वायुमंडल से करीब 36 मील प्रति सेकंड की गति से टकराते हैं, तो जलकर चमकदार रोशनी की लकीरें बनाते हैं।
इन उल्काओं का नाम उनके उद्गम बिंदु, यानी “पर्सियस” तारामंडल के नाम पर रखा गया है।
कब और कैसे देखें यह नजारा?
- उल्का बौछार चरम पर होगी: 11 से 13 अगस्त के बीच, खासकर 12 अगस्त की रात।
- देखने का सर्वोत्तम समय: रात 2 बजे से सुबह 4 बजे तक।
- दिशा: उत्तरी आकाश की ओर देखें जहां पर्सियस तारामंडल स्थित होता है।
- स्थान: जहां आसमान खुला हो और कृत्रिम रोशनी (जैसे स्ट्रीट लाइट्स) कम हो।
और भी खास बनेगा यह दृश्य
इस बार पर्सिड्स की चमक को और भी खास बना रहा है शुक्र और बृहस्पति ग्रहों का संगम, जो एक दुर्लभ खगोलीय संयोग है। यह संयोजन आसमान में एक अद्भुत नज़ारा पेश करेगा, जो लंबे समय बाद दिखेगा।
कब तक रहेगा अवसर?
रॉयल ऑब्जर्वेटरी के मुताबिक, पर्सिड्स उल्का बौछार 24 अगस्त तक सक्रिय रहेगी, लेकिन 12-13 अगस्त को इसका सबसे शानदार रूप देखने को मिलेगा।