जशपुर।
ब्रह्मनिष्ठालय सोगड़ा आश्रम, जशपुर में बाबा भगवान राम ट्रस्ट द्वारा अघोरेश्वर महाविभूति स्थल के स्थापना दिवस के अवसर पर जनकल्याणार्थ दो दिवसीय निःशुल्क चिकित्सा शिविर का सफल आयोजन 26 एवं 27 अक्टूबर को किया गया। इस शिविर में कुल 1833 मरीजों की जांच कर निःशुल्क दवाएं वितरित की गईं।

ट्रस्ट के अध्यक्ष पूज्यपाद गुरु पद संभव राम बाबा के सान्निध्य और मार्गदर्शन में प्रतिवर्ष इस शुभ अवसर पर यह जनसेवा शिविर आयोजित किया जाता है। आसपास के अनेक ग्रामों से बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने पहुंचकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया।

शिविर का शुभारंभ 26 अक्टूबर की प्रातः अघोरेश्वर महाविभूति स्थल पर पूजन एवं आरती उपरांत 24 घंटे के अष्टयाम संकीर्तन के साथ हुआ। प्रातः 10 बजे पूज्यपाद संभव राम बाबा जी ने अघोरेश्वर महाप्रभु के चित्र पर पूजन-अर्चन कर, आरती और नारियल फोड़कर शिविर का विधिवत उद्घाटन किया।

इस अवसर पर विभिन्न राज्यों से आए चिकित्सकों ने अपनी निःस्वार्थ सेवाएँ प्रदान कीं। शिविर में दंत रोग, हृदय रोग, शिशु रोग, स्त्री रोग, आयुर्वेद, होम्योपैथी, इलेक्ट्रोहोम्योपैथी, एक्यूपंचर, फिजियोथेरेपी एवं ऑस्टियोपैथी जैसी विभिन्न विधाओं के विशेषज्ञ चिकित्सक उपस्थित रहे।

मुख्य चिकित्सकों में —
दंत चिकित्सा: डॉ. एस.पी. सिंह (प्रयागराज), डॉ. वैभव (वाराणसी), डॉ. अविनाश (गुमला)
शिशु रोग: डॉ. हरिशंकर सिंह (वाराणसी), डॉ. यू.पी. सिंह (प्रयागराज), डॉ. रूद्र प्रताप (गुमला)
हृदय रोग: डॉ. रंजन नारायण (रांची)
सर्जरी: डॉ. आर.के. सिंह (जशपुर), डॉ. रोहित सिंह (रांची)
स्त्री रोग: डॉ. कमला मिश्रा (प्रतापगढ़, उ.प्र.)
आयुर्वेद एवं नाड़ी चिकित्सा: वैद्य वैकुण्ठ नाथ पांडेय (वाराणसी)

डायबिटीज: डॉ. अर्पण सिंह (अम्बिकापुर)
इलेक्ट्रोहोम्योपैथी एवं एक्यूपंचर: डॉ. अशोक अग्रवाल (नई दिल्ली)
नेत्र रोग: डॉ. वी.एन. सिंह (अम्बिकापुर), डॉ. अभय कुमार राय (डिहरी ऑन सोन, बिहार), श्री टी.पी. कुशवाहा (जशपुर)

फिजियोथेरेपी: डॉ. नेहा ठाकुर (दुर्ग)
ऑस्टियोपैथी: डॉ. विजय प्रताप सिंह (वाराणसी)
होम्योपैथी: डॉ. उत्पल सहाय (रांची), डॉ. उपेंद्र सिंह (सासाराम), डॉ. ए.एन. द्विवेदी (अम्बिकापुर), डॉ. राजेश कुमार पांडेय (कोलकाता), डॉ. के.के. सिंह (वाराणसी)

दवा वितरण में डॉ. बी.एन. द्विवेदी (राजपुर) का विशेष योगदान रहा, जबकि डॉ. शिवकुमार (घाघरा) द्वारा रक्त शर्करा एवं अन्य परीक्षण किए गए।

ट्रस्ट ने बताया कि आगामी माह से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए चक्षु (नेत्र) अभियान पुनः प्रारंभ किया जाएगा, जो विगत कई वर्षों से ट्रस्ट की जनसेवा गतिविधियों का प्रमुख अंग रहा है।

