छत्तीसगढ़ में आज से लागू होंगी जमीन की नई गाइडलाइन दरें
पूर्वी भारत का मौसम इन दिनों बेहद दिलचस्प मोड़ ले रहा है। झारखंड में जहां अभी थोड़ी राहत है, वहीं चार दिन बाद ठंड एक बार फिर जोर पकड़ने वाली है। उधर छत्तीसगढ़ में अगले पांच दिनों तक रात का तापमान बढ़ने से शीतलहर का असर धीरे-धीरे कम होगा। लेकिन ओडिशा में नवंबर की रिकॉर्ड तोड़ ठंड ने लोगों को इस महीने में ही जनवरी जैसा अहसास कराया है। तीनों राज्यों में तापमान का उतार-चढ़ाव लोगों की दिनचर्या और सेहत दोनों पर असर डाल रहा है।
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झारखंड की बात करें तो यहां सुबह-शाम की हल्की ठंडक के बीच पिछले 24 घंटों में तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रांची में दिन का तापमान 26 डिग्री तक पहुंच गया जबकि रात का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री रहा। कई जिलों में रात का पारा करीब दो डिग्री ऊपर चढ़ा है। हालांकि कांके में ठंड अभी भी चरम पर है, जहां तापमान 7 डिग्री से भी कम पहुंच गया। गुमला, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा और सिमडेगा जैसे जिलों में भी तापमान 9 से 10 डिग्री के बीच बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल उत्तरी हवाएं कमजोर हैं और समुद्र से आने वाली नमीयुक्त हवा के कारण वातावरण में बादल बने हुए हैं, जिससे रात की ठंड में थोड़ी कमी आई है। लेकिन यह राहत ज्यादा लंबी नहीं चलेगी। चार-पांच दिनों बाद जैसे ही उत्तर-पश्चिमी हवाएं सक्रिय होंगी, पूरे राज्य में ठंड दोबारा हाड़ कंपाने वाली हो जाएगी।
इधर छत्तीसगढ़ में हालात उलट हैं। यहां लोगों को शीतलहर से धीरे-धीरे राहत मिलने लगी है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले पांच दिनों में न्यूनतम तापमान तीन से पांच डिग्री तक बढ़ सकता है। राज्य की हवा की दिशा पूर्वी हो गई है, जो नमी से भरी हुई है और इसका सीधा असर रात के तापमान पर देखा जा रहा है। बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश में दुर्ग सबसे गर्म रहा, जहां दिन का तापमान 30 डिग्री तक दर्ज किया गया, जबकि अंबिकापुर सबसे ठंडा रहा, जहां पारा 8 डिग्री तक गिरा। माना, बिलासपुर, पेंड्रा, जगदलपुर और दुर्ग में भी तापमान 10 से 13 डिग्री के बीच रहा।
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जशपुर और बलरामपुर जैसे पहाड़ी जिलों में हालांकि अब भी ठंड अपने तेवर दिखा रही है। सुबह की हवा बेहद सर्द महसूस हो रही है और कई इलाकों में तापमान 8 से 10 डिग्री के आसपास बना हुआ है। हालांकि मौसम अगले दो दिनों तक शुष्क रहने की संभावना है और उसके बाद न्यूनतम तापमान में और वृद्धि दर्ज की जा सकती है।
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ओडिशा में इस बार नवंबर में ही ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। राज्य के कई हिस्सों में तापमान 10 डिग्री से नीचे चला गया है। जी. उदयगिरि में तो पारा 5.3 डिग्री तक गिर गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है। सेमिलिगुड़ा, दारिंगबाड़ी और अनुगुल में भी तापमान 7 से 10 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन दिनों में तापमान में दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन इससे ठंड में खास कमी नहीं आएगी। इस बीच श्रीलंका तट के पास समुद्र में बने लो-प्रेशर के असर से दक्षिण भारत में 22 नवंबर तक बारिश की संभावना भी जताई गई है।
कुल मिलाकर, झारखंड में ठंड की वापसी तय है, छत्तीसगढ़ में राहत भरी रातें जारी रहेंगी और ओडिशा में नवंबर की असामान्य ठिठुरन अभी कुछ दिनों तक लोगों को परेशान करती रहेगी। तीनों राज्यों में मौसम की यह दिलचस्प चाल आगे भी कई तरह के बदलाव ला सकती है।

