भारतीय रेलवे (Indian Railways) देश के करोड़ों लोगों के लिए न केवल यात्रा का सबसे किफायती माध्यम है, बल्कि यह सामाजिक संवेदनशीलता का भी एक उदाहरण है। खासकर कमजोर वर्गों, गंभीर रोगियों, छात्रों और दिव्यांगजनों के लिए रेलवे किराए में विशेष छूट (Rail Ticket Concession) प्रदान करता है। वर्ष 2025 में भी रेलवे ने कई श्रेणियों में Indian Railways Fare Concession के तहत छूट जारी रखी है।
हालांकि, कोविड-19 महामारी के बाद कुछ विशेष रियायतें जैसे Senior Citizen Concession in Indian Railways को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था, लेकिन वर्तमान में 23 से अधिक वर्गों को अब भी छूट दी जा रही है। आइए विस्तार से जानते हैं कि किस वर्ग को कितनी छूट मिलती है, और कैसे इसका लाभ उठाया जा सकता है।
सबसे अधिक छूट: कैंसर रोगियों को 100% रियायत
रेलवे में सबसे अधिक छूट कैंसर रोगियों को दी जाती है। यदि कोई कैंसर रोगी यात्रा करता है तो उसे स्लीपर (Sleeper) और 3AC श्रेणी में 100% किराया छूट मिलती है। इसके अलावा अन्य क्लासों में भी उन्हें 50-75% तक की रियायत मिलती है। यह रियायत केवल तभी मिलती है जब रोगी के पास मान्यता प्राप्त अस्पताल या डॉक्टर का प्रमाणपत्र हो और टिकट बुकिंग के समय उसे प्रस्तुत किया जाए।
दिव्यांगजन, दृष्टिहीन और बोलने-सुनने में अक्षम यात्रियों को छूट
रेलवे की छूट सूची (Railway Concession List) में दिव्यांगजन और दृष्टिहीन यात्रियों को भी प्राथमिकता दी गई है। इन्हें निम्नलिखित प्रकार से रियायत मिलती है:
- 75% छूट – 2nd Class, Sleeper, 1st Class, 3AC, और AC Chair Car में
- 50% छूट – 1AC और 2AC में
- 25% छूट – राजधानी/शताब्दी ट्रेनों में AC Chair Car और 3AC में
- 50% रियायत – मासिक (MST) और तिमाही पास (QST) में भी
बोलने और सुनने में अक्षम यात्रियों को भी 50% तक की छूट मिलती है, बशर्ते उनके पास वैध दिव्यांग प्रमाणपत्र हो।
गंभीर रोगियों को दी जा रही रियायतें
Indian Railways Fare Concession के तहत गंभीर बीमारियों से जूझ रहे यात्रियों को भी व्यापक रियायतें दी जा रही हैं:
- थैलेसीमिया, किडनी और हार्ट पेशेंट – 75% रियायत
- हीमोफीलिया रोगी – 75% रियायत
- टीबी और कुष्ठ (Leprosy) रोगी – 75% रियायत
- AIDS रोगी – 50% रियायत
- सिकल सेल एनीमिया रोगी – 50% रियायत
इन सभी रोगों के मामलों में टिकट बुकिंग के दौरान अस्पताल का प्रमाण पत्र देना जरूरी होता है।
छात्रों के लिए रेलवे में छूट: पढ़ाई और प्रतियोगिता परीक्षाओं में सुविधा
छात्र वर्ग को भी रेलवे विशेष रियायत देता है। यदि आप किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से पढ़ाई कर रहे हैं, प्रतियोगी परीक्षा दे रहे हैं या किसी शैक्षणिक शिविर में जा रहे हैं, तो आपको विशेष छूट मिल सकती है:
- ग्रेजुएशन तक की छात्राओं और 12वीं तक के छात्रों को Second Class MST मुफ्त
- ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र, जो स्टडी टूर पर जाते हैं – 75% छूट
- NEET, JEE, UPSC, SSC जैसी परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को – 50% छूट
- शोधार्थियों को (35 वर्ष तक) – शोध के सिलसिले में यात्रा के लिए 50% तक की रियायत
छात्रों को छूट प्राप्त करने के लिए संस्थान का प्रमाण पत्र और कभी-कभी रेलवे से पूर्व अनुमति लेनी होती है।
रेल टिकट में छूट लेने के नियम (Rail Fare Concession Rules)
- छूट केवल योग्य वर्गों के यात्रियों को दी जाती है।
- प्रमाणपत्र अनिवार्य होता है – जैसे डॉक्टर का सर्टिफिकेट, दिव्यांग प्रमाण पत्र या संस्थान द्वारा जारी पत्र।
- हर क्लास में छूट नहीं मिलती – ज्यादातर रियायतें 2nd, SL, 3AC और AC Chair Car में दी जाती हैं।
- First AC और Executive Class में छूट बहुत सीमित है या नहीं दी जाती।
Senior Citizen Rail Fare Concession: अब तक बंद
कोविड-19 के बाद रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए मिलने वाली 40-50% किराया छूट (Senior Citizen Rail Fare Concession) को बंद कर दिया है। इस फैसले की आलोचना कई सामाजिक संगठनों द्वारा की गई है, लेकिन अब तक रेलवे द्वारा इसे फिर से शुरू नहीं किया गया है।
जानिए कौन उठा सकता है फायदा
Indian Railways Fare Concession यात्रियों के लिए एक राहत देने वाली व्यवस्था है, लेकिन यह केवल उन्हीं के लिए है जो इसके लिए योग्य हैं और आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करते हैं। चाहे आप एक छात्र हों, कैंसर या अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित हों, या दिव्यांगजन हों – यदि आप पात्र हैं तो रेलवे यात्रा आपके लिए कहीं अधिक सुलभ हो सकती है।