नई दिल्ली/रांची – झारखंड के चतरा जिले ने देश के विकास नक्शे पर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। नीति आयोग द्वारा शुक्रवार को आयोजित ऑनलाइन समीक्षा बैठक में मार्च 2025 की डेल्टा रैंकिंग जारी की गई, जिसमें चतरा जिला देश के 112 आकांक्षी जिलों में प्रथम स्थान पर रहा। यह न केवल राज्य के लिए गर्व की बात है, बल्कि पूरे देश के सामने एक प्रेरणादायी उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।
नीति आयोग ने स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, वित्तीय समावेशन और बुनियादी ढांचे जैसे प्रमुख क्षेत्रों में चतरा द्वारा की गई तेजी से प्रगति और नवाचारों की सराहना की। आयोग ने जिले की उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए चतरा को ₹10 करोड़ की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है, ताकि स्थानीय स्तर पर विकास की गति और तेज़ हो सके।
इस अभूतपूर्व सफलता पर चतरा की उपायुक्त कीर्ति श्री ने जिले की पूरी टीम, अधिकारियों, विभागों और जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा,
“यह उपलब्धि हम सभी के लिए गौरव का विषय है। यह सिद्ध करता है कि एकजुट प्रयास, स्पष्ट विजन और ठोस कार्ययोजना से किसी भी क्षेत्र को प्रगति की दिशा में अग्रसर किया जा सकता है। चतरा की यह सफलता आकांक्षी जिला कार्यक्रम के उद्देश्य को सार्थक करती है और हम इसे विकास की दिशा में मील का पत्थर मानते हैं।”
चतरा की यह सफलता आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत दी गई रैंकिंग का परिणाम है, जिसमें देशभर के पिछड़े माने गए जिलों को विभिन्न मापदंडों पर लगातार मॉनिटर कर उन्हें मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है। चतरा ने इन मापदंडों पर शानदार प्रदर्शन कर यह मुकाम हासिल किया है।
इस अवसर पर झारखंड का एक और जिला, गढ़वा, भी चर्चा में रहा। गढ़वा जिले को शिक्षा क्षेत्र में विशेष प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों में विकास की लहर पहुंच रही है।
नीति आयोग की यह रैंकिंग न केवल जिलों के लिए प्रोत्साहन का काम करती है, बल्कि यह देशभर में विकास के प्रति एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा का भी वातावरण तैयार करती है। चतरा की इस ऐतिहासिक छलांग से यह संदेश गया है कि सीमित संसाधनों में भी बेहतर योजना, जनसहभागिता और प्रतिबद्ध प्रशासनिक दृष्टिकोण से आश्चर्यजनक बदलाव लाया जा सकता है।
चतरा अब आकांक्षी नहीं, बल्कि प्रेरणादायी जिले की पहचान बन गया है – और यह उपलब्धि आने वाले वर्षों में झारखंड के अन्य जिलों को भी नई दिशा देने का काम करेगी।