वाड्रफनगर। मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। बसंतपुर थाना व वाड्रफनगर चौकी की संयुक्त टीम ने रविवार रात को संयुक्त कार्रवाई करते हुए यूपी जा रही एक यात्री बस से 92 किलो गांजा जब्त किया है। गांजे की कीमत करीब 30 लाख रुपये आंकी गई है। साथ ही पुलिस ने ओडिशा राज्य के चार तस्करों को मौके से गिरफ्तार किया है।
गुप्त सूचना पर घेराबंदी
20 जुलाई की रात पुलिस को सूचना मिली थी कि अंबिकापुर से उत्तर प्रदेश जा रही यात्री बस (UP 17 AT 3835) में गांजा की तस्करी की जा रही है। सूचना मिलते ही एसडीओपी रामअवतार ध्रुव के निर्देशन में वाड्रफनगर चौकी प्रभारी और बसंतपुर थाना पुलिस ने घेराबंदी कर बस को वाड्रफनगर चौकी के सामने रोका।
बस में तलाशी के दौरान चार संदिग्ध यात्रियों के बैग और झोलों से गांजा बरामद हुआ। कुल 92 किलो गांजा जब्त किया गया और आरोपियों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया।
पकड़े गए आरोपी
गिरफ्तार चारों तस्कर ओडिशा राज्य के निवासी हैं। उनके नाम इस प्रकार हैं:
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राज मुंडा, पिता रवि मुंडा, उम्र 23 वर्ष
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सोनू बरूवा, पिता मदन बरूवा, उम्र 25 वर्ष
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विक्रम भेंगरा, पिता लिनियुस भेंगरा, उम्र 23 वर्ष
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विजय सेदेंरिया, पिता संजय, उम्र 23 वर्ष
चारों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
जांच में जुटी पुलिस
इस बड़ी बरामदगी के बाद पुलिस अब इस गांजा तस्करी नेटवर्क के अन्य हिस्सों की जांच में जुट गई है। प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है कि गांजा ओडिशा से लाया गया था और उत्तर प्रदेश ले जाया जा रहा था।
इस कार्रवाई में निरीक्षक जितेंद्र सोनी, एएसआई पुष्पराज सिंह और उनकी टीम की प्रमुख भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक ने टीम को इस साहसिक और महत्वपूर्ण कार्रवाई के लिए सराहना दी है।
छत्तीसगढ़ में मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर पुलिस लगातार सख्त रवैया अपनाए हुए है, और यह कार्रवाई उसी दिशा में एक अहम और निर्णायक कदम माना जा रहा है।