यशस्वी जशपुर के नेतृत्व में NEP 2020 के विजन को साकार करता अभिनव अभियान
जशपुर
शिक्षा के क्षेत्र में जशपुर ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है जिले के 1800 से अधिक प्राथमिक विद्यालयों में एक साथ जादू पिटारा का भव्य प्रदर्शन आयोजित किया गया
यह अभिनव पहल बच्चों को शिक्षा के नए आयामों से जोड़ते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP 2020 के विजन को जमीन पर उतार रही है जादू पिटारा एनसीईआरटी और शिक्षा मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया एक अनूठा शैक्षिक संसाधन है जिसमें कहानियाँ चित्र पुस्तकें खेल कूद गतिविधियाँ शिक्षण सामग्री और मल्टीमीडिया संसाधन शामिल हैं इसका उद्देश्य शिक्षा को रटने से मुक्त कर अनुभवात्मक और आनंदमय बनाना है
छत्तीसगढ़ में जशपुर पहला जिला बना है जहाँ सभी प्राथमिक विद्यालयों को एक साथ जादू पिटारा से जोड़ा गया इस अभियान ने शिक्षण में खेल और गतिविधि आधारित दृष्टिकोण को नई मजबूती दी है नई शिक्षा नीति 2020 कहती है कि शिक्षा को बोझ नहीं आनंद का माध्यम बनाया जाए और बच्चों को Foundational Literacy and Numeracy FLN के तहत खेल खेल में सीखने का अवसर मिले
इस आयोजन के बाद शिक्षकों का कहना है कि बच्चों की एकाग्रता और रुचि में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है वहीं अभिभावक प्रसन्न हैं कि अब उनके बच्चे उत्साह के साथ स्कूल जाने लगे हैं शिक्षा विभाग ने इसे जिले की ऐतिहासिक उपलब्धि करार दिया है
यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद कुमार गुप्ता ने कहा – जशपुर जिले का यह प्रयास केवल एक आयोजन नहीं बल्कि नई शिक्षा नीति 2020 के सपनों को हकीकत में बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम है 1800 से अधिक विद्यालयों में जादू पिटारा का सामूहिक प्रदर्शन अपने आप में एक अनोखा कीर्तिमान है यह साबित करता है कि जब शिक्षक प्रशासन और समाज मिलकर काम करते हैं तो शिक्षा के स्तर में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकता है
इस अभियान की सफलता में शिक्षकों देवकी प्रधान मीना सिन्हा अर्चना यादव और मनोज अम्बस्ट का योगदान विशेष रहा