रायपुर, 10 सितम्बर 2025।
बस्तर रेस्ट हाउस में हुई घटना को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने भाजपा सरकार और संगठन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि गाली-गलौज और मारपीट के आरोपों से घिरे मंत्री केदार कश्यप पर अब तक कोई कार्यवाही न होना यह साबित करता है कि भाजपा उन्हें संरक्षण दे रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि सत्ता के अहंकार में मंत्री चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से मारपीट और अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन के बावजूद दोषी मंत्री पर न तो सरकार ने कार्रवाई की है और न ही भाजपा संगठन ने।
उन्होंने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो अपनी मां का नाम लेकर भावनात्मक राजनीति करते हैं, वे केदार कश्यप के इस आचरण पर मौन क्यों हैं। वर्मा ने कहा, “क्या चतुर्थ वर्ग कर्मचारी की मां, मां नहीं है?”
“मंत्री को तत्काल बर्खास्त किया जाए”
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं का रवैया यह दर्शाता है कि उन्हें जनता या अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की कोई परवाह नहीं है। वर्मा ने कहा कि रेस्ट हाउस में कर्मचारी मंत्री की सेवा में लगा था, लेकिन उसी के साथ गाली-गलौज और मारपीट की गई। उन्होंने मांग की कि सरकार और भाजपा संगठन ऐसे “बदजुबान और बेलगाम” मंत्री को तुरंत बर्खास्त करे।
“पहले भी रही है गुंडागर्दी की घटनाएं”
सुरेंद्र वर्मा ने यह भी कहा कि यह पहली घटना नहीं है। उनके मुताबिक केदार कश्यप की गुंडागर्दी पहले भी सामने आती रही है। वर्मा ने भाजपा के अन्य नेताओं पर भी हमला बोला और कहा कि सांसद भोजराज नाग, भैयालाल रजवाड़े और रेणुका सिंह जैसे नेताओं के गाली-गलौज वाले कई वीडियो सोशल मीडिया पर उपलब्ध हैं।
गौरतलब है कि 6 सितम्बर 2025 को जगदलपुर सर्किट हाउस में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के साथ गाली-गलौज और मारपीट का आरोप मंत्री केदार कश्यप पर लगा था। घटना के कई दिन बीत जाने के बाद भी अब तक उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।