रायपुर, 12 सितंबर 2025।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा देने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। प्रदेश सरकार ने 6 नए फिजियोथेरेपी महाविद्यालयों के निर्माण को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। प्रत्येक कॉलेज लगभग 14 करोड़ की लागत से तैयार होगा। इससे न केवल स्वास्थ्य शिक्षा मजबूत होगी बल्कि प्रदेश के युवाओं के लिए नए अवसर भी उपलब्ध होंगे।
नए महाविद्यालय मनेंद्रगढ़, जशपुर, रायगढ़, बिलासपुर, दुर्ग और जगदलपुर जिलों में स्थापित होंगे। इनके निर्माण पर कुल 83 करोड़ 62 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। कॉलेजों में आधुनिक भवन, प्रयोगशालाएं और आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य शिक्षा मिल सके।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता का स्वास्थ्य और युवाओं का भविष्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ये कॉलेज केवल संस्थान नहीं बल्कि एक स्वस्थ और आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ की नींव हैं। यहां से प्रशिक्षित युवा न केवल प्रदेश की सेवा करेंगे बल्कि पूरे देश में राज्य का गौरव बढ़ाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि फिजियोथेरेपी आज स्वास्थ्य सेवाओं की बड़ी जरूरत है। 6 नए महाविद्यालय बनने से यह सेवा गांव-गांव तक पहुंचेगी। युवाओं को उच्च स्तरीय शिक्षा और रोजगार के अवसर मिलेंगे, वहीं मरीजों को अब बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन महाविद्यालयों से प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट प्रदेश के ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों में बड़ी राहत पहुंचाएंगे। इससे स्वास्थ्य सेवाओं का दायरा और व्यापक होगा।
छत्तीसगढ़ में पहले से मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों की श्रृंखला है, अब फिजियोथेरेपी कॉलेज जुड़ने से स्वास्थ्य शिक्षा का दायरा और मजबूत होगा। निर्माण से लेकर संचालन तक इन संस्थानों से स्थानीय स्तर पर रोजगार भी बढ़ेगा और स्नातक विद्यार्थी प्रदेश की स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।