बेमेतरा ज़िले में संक्षिप्त गहन पुनरीक्षण जैसे अति संवेदनशील निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतना 16 पटवारियों पर भारी पड़ गया है। जिला प्रशासन ने इन सभी को “कारण बताओ नोटिस” जारी किया है और 10 नवंबर 2025 तक अधोहस्ताक्षरकर्ता के समक्ष उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं। बताया गया कि इन अधिकारियों ने अब तक एक प्रतिशत से भी कम मैपिंग कार्य किया है, जिससे निर्वाचन प्रक्रिया की गति गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि जवाब असंतोषजनक पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई तय है।
चुनावी कार्य में सुस्ती पर सख्त प्रशासन
निर्वाचन से जुड़ा संक्षिप्त गहन पुनरीक्षण कार्य प्रशासन की प्राथमिकता में है, लेकिन समीक्षा के दौरान पाया गया कि कई पटवारी इस कार्य में गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। अनुविभागीय अधिकारी एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी ने 31 अक्टूबर को आदेश जारी कर गणना पत्रक वितरित किए थे और ऑनलाइन एंट्री पूरी करने को कहा था, परंतु 16 पटवारियों द्वारा अब तक सिर्फ नाममात्र का कार्य किया गया।
इन अधिकारियों पर जारी हुआ कारण बताओ नोटिस
नोटिस पाने वालों में शामिल हैं, – श्री विजेंद्र वर्मा, श्री गोपेश्वर माण्डले, श्री गोपाल साहू, सुश्री निशा तारम, श्री मेगनाथ वर्मा, श्री पुष्पेन्द्र वर्मा, श्री फागुराम वर्मा, श्री परस साहू, श्री सनत मांडवी, श्री गुरुचरण डेहरे, श्री देवेन्द्र ठाकुर, श्री शैलेन्द्र जायसवाल, श्री प्रवीण ध्रुव, श्री कुंदन राजपूत, श्री दिलीप रात्रे और श्री सुरेश भारती।
इन सभी से 10 नवंबर 2025 तक जवाब मांगा गया है। ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
निर्वाचन कार्य में लापरवाही को माना गया गंभीर अपराध
प्रशासन ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। निर्वाचन जैसे संवेदनशील कार्य में देरी को “उदासीनता और गैर-जिम्मेदारी” माना गया है। अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि अगर समयसीमा में सुधार नहीं हुआ तो कड़ी विभागीय कार्रवाई होगी। यह निर्णय आने वाले चुनावों की तैयारी को ध्यान में रखते हुए लिया गया है ताकि मतदाता सूची में किसी तरह की गड़बड़ी न हो। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

