रायपुर। स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित डायरेक्टरेट ऑफ पब्लिक इंस्ट्रक्शन (DPI) ने युक्तियुक्तकरण के तहत स्थानांतरित किए गए शिक्षकों को लेकर सख्त रुख अपनाया है। विभाग ने उन शिक्षकों को चेतावनी जारी की है जिन्होंने नवीन पदस्थापन आदेश के बावजूद अब तक अपने नवीन कार्यस्थल में ज्वाइनिंग नहीं दी है।
डीपीआई द्वारा सोमवार को जारी निर्देश में सभी संभागीय संयुक्त संचालक (जेडी), जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) और संबंधित विद्यालयों के प्राचार्यों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करते हुए उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारंभ की जाए।
इसके साथ ही DPI ने यह भी कहा है कि आगामी आदेश तक ऐसे शिक्षकों का वेतन भुगतान रोक दिया जाएगा। यह आदेश राज्य भर के समस्त जिलों में लागू होगा।
शासन का सख्त संदेश: शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि शैक्षणिक सत्र की शुरुआत में ही लापरवाही और अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया विभागीय आवश्यकता और छात्र हित में की गई है, जिसका पालन सभी शिक्षकों को करना अनिवार्य है।
संभावित कार्रवाई: ज्वाइनिंग नहीं देने वाले शिक्षकों के खिलाफ सेवा नियमों के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उनकी सेवा पुस्तिका में प्रविष्टि भी की जा सकती है।
DPI का निर्देश अधिकारियों को:
- संबंधित शिक्षकों की सूचना तत्काल मुख्यालय भेजी जाए
- वेतन भुगतान पर रोक संबंधी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए
- आवश्यकता अनुसार स्थान रिक्त होने पर वैकल्पिक व्यवस्था की जाए
यह कदम विभागीय अनुशासन और विद्यालयों में सुचारू संचालन के लिए उठाया गया है ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।