Chattisgarh में मानसून फिर से एक्टिव हो गया है और आज यानी 27 जुलाई को मौसम विभाग ने 14 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, सरगुजा जैसे प्रमुख जिलों में मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। प्रदेश के कई हिस्सों में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और उमस भरा मौसम बना हुआ है। झारखंड के पास बना अवदाब (Low Pressure Area) अब धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ रहा है, जिससे 26 जुलाई के मुकाबले आज बारिश की तीव्रता थोड़ी कम रहने वाली है। आइए जानते हैं Chattisgarh में कहां-कहां अलर्ट और क्या है मौसम का पूरा हाल।
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Chattisgarh में कहां-कहां जारी हुआ यलो अलर्ट?
मौसम विभाग के रायपुर केंद्र ने जानकारी दी है कि Chattisgarh के कुल 14 जिलों में आज के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में शामिल हैं – रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, जशपुर, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार, महासमुंद, बीजापुर, नारायणपुर, कोंडागांव और बस्तर।
इन क्षेत्रों में अगले 24 घंटे के भीतर मौसम में बदलाव की पूरी संभावना है। स्थानीय लोगों को हल्की से मध्यम बारिश, तेज़ हवाएं और गरज-चमक का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इन जिलों में बिजली गिरने की घटनाएं, जलभराव और फिसलन जैसी स्थितियां भी बन सकती हैं, ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है।
क्यों Chattisgarh हो रही है बारिश में उतार-चढ़ाव?
Chattisgarh में बारिश के उतार-चढ़ाव की वजह राज्य और उससे सटे झारखंड के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र है, जो अब पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। इस सिस्टम के कारण 26 जुलाई को प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश देखी गई, लेकिन 27 जुलाई को इसकी गतिविधियों में गिरावट आने की संभावना जताई गई है।
जैसे-जैसे यह सिस्टम मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है, बारिश की तीव्रता में कमी आ रही है। हालांकि, हवा में नमी और बादलों की मौजूदगी के चलते Chattisgarh के कुछ जिलों में गर्जन के साथ हल्की बारिश या बौछारें अब भी देखने को मिल सकती हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यह उतार-चढ़ाव सामान्य मानसूनी प्रक्रिया है, इसलिए लोगों को मौसम के अपडेट पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है।
Chattisgarh में लंबा रह सकता है मानसून
मानसून के केरल पहुंचने की सामान्य तारीख 1 जून है। इस साल 8 दिन पहले यानी 24 मई को ही केरल पहुंच गया था। मानसून के लौटने की सामान्य तारीख 15 अक्टूबर है। अगर इस साल अपने नियमित समय पर ही लौटता है तो मानसून की अवधि 145 दिन रहेगी। इस बीच मानसून ब्रेक की स्थिति ना हो तो जल्दी आने का फायदा मिलता सकता है।
क्या करें और क्या न करें?
- मौसम विभाग ने लोगों को निचले इलाकों और जलभराव वाले क्षेत्रों में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
- बिजली चमकने या तेज हवाओं के दौरान खुले में न रहें और सुरक्षित स्थानों पर रुकें।
- किसान भाइयों को भी सलाह दी गई है कि वे फिलहाल खेती से जुड़े बड़े कामों को थोड़ा स्थगित रखें।
हर दिन बदलते मौसम के साथ Chattisgarh के लोगों को अब सतर्क रहना जरूरी है। आज जिन 14 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है, वहां के नागरिकों को मौसम अपडेट पर नज़र रखनी चाहिए। खेतों में काम करने वाले किसान हों या रोज़ सफर करने वाले छात्र–सभी के लिए यह जानकारी जरूरी है।
आने वाले दिनों में Chattisgarh में और भी मौसम बदलाव देखने को मिल सकते हैं। क्या आप इस अलर्ट से सहमत हैं? आपके जिले में मौसम कैसा है? नीचे कमेंट करें और अपने दोस्तों के साथ यह जानकारी शेयर करें।