भारत की सेना हर मुश्किल परिस्थिति में देश की रक्षा करती है—चाहे वो ऊंचे-ऊंचे हिमालय हों, रेगिस्तान की तपती रेत हो या समुद्र का किनारा. ऐसे हालात में सेना को सिर्फ ताकतवर जवान ही नहीं, बल्कि खास तरह के वाहनों की भी जरूरत होती है. ये गाड़ियां आम कारों से काफी अलग होती हैं और इनमें कई खास बदलाव किए जाते हैं, ताकि वे हर जगह आसानी से चल सकें और जवानों की सुरक्षा कर सकें. आइए जानते हैं इन गाड़ियों की बुलेटप्रूफ बॉडी और खास मॉडिफिकेशन इन्हें हर परिस्थिति के लिए तैयार बनाते हैं.
iPhone का नया अपडेट लॉन्च: यूजर्स को मिला Liquid Glass डिज़ाइन और नया रिंगटोन, जानें और क्या है खास
सेना भी इस्तेमाल करती है आम कारें?
- दरअसल, सेना के पास कई ऐसी गाड़ियां हैं जो आम लोग भी खरीद सकते हैं-जैसे Mahindra Scorpio, Tata Safari, Toyota Hilux और Maruti Gypsy. हालांकि, इन कारों के सेना वाले वर्जन में कई ऐसे फीचर्स होते हैं, जो इन्हें मुश्किल रास्तों और खतरनाक परिस्थितियों के लिए तैयार करते हैं.
हर गाड़ी में होती है 4×4 ऑफ-रोडिंग क्षमता
- सेना की कारों को ऐसे रास्तों पर चलना पड़ता है, जहां आम कारें नहीं जा पातीं. इसलिए हर सेना की गाड़ी में 4×4 पावर दी जाती है, जिससे वो कीचड़, बर्फ, पहाड़ या रेगिस्तान में भी आसानी से चल सके.
खास हरे रंग की पेंटिंग
- सेना की गाड़ियां आपको लाल, नीले या सिल्वर रंग में नहीं मिलेंगी. इन्हें खास मिलिट्री ग्रीन कलर में पेंट किया जाता है, जो उन्हें छुपाने और मिलिट्री आइडेंटिटी देने में मदद करता है.
हथियार रखने की होती है जगह
- आम कारों में ट्रंक सिर्फ सामान रखने के लिए होता है, लेकिन सेना की गाड़ियों में हथियार और जरूरी उपकरण रखने के लिए भी खास स्पेस बनाया जाता है, ताकि जरूरत पड़ते ही उनका इस्तेमाल किया जा सके.
मिलता है बुलेटप्रूफ सुरक्षा
- कई सेना की गाड़ियां बुलेटप्रूफ होती हैं. इसका मतलब है कि दुश्मन की गोलियों से जवानों को सुरक्षा मिलती है और वे खतरनाक स्थितियों में भी मिशन पूरा कर सकते हैं.
हुक और टोइंग क्षमता से रहती है लैस
सेना की हर गाड़ी में मजबूत टो हुक लगाए जाते हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर दूसरी गाड़ियों या सामान को खींचकर ले जाया जा सके. यह खास मॉडिफिकेशन ही हैं, जो सेना की गाड़ियों को सिर्फ ट्रांसपोर्ट का साधन नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा का एक भरोसेमंद हथियार बना देते हैं.