जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) छात्रसंघ चुनाव 2026-27 के नतीजे आ चुके हैं और इस बार लेफ्ट महागठबंधन (AISA-SFI-DSF) ने सेंट्रल पैनल की सभी चारों सीटों पर जीत दर्ज की है। अध्यक्ष पद पर AISA की अदिति मिश्रा, उपाध्यक्ष SFI की गोपिका बाबू, महासचिव DSF के सुनील यादव और संयुक्त सचिव AISA के दानिश अली ने जीत हासिल कर लेफ्ट का परचम लहराया। इस बार भी JNU का रुझान साफ दिखा लेफ्ट कैंपस की राजनीति में अब भी सबसे प्रभावशाली ताकत बनी हुई है। कुल 9042 मतदाताओं में से करीब 67% ने मतदान किया, जो विश्वविद्यालय की उच्च राजनीतिक सक्रियता को दर्शाता है।
अध्यक्ष पद पर अदिति मिश्रा की बड़ी जीत
AISA की अदिति मिश्रा ने ABVP के विकास पटेल को 400 से अधिक वोटों से हराकर अध्यक्ष पद अपने नाम किया।
अदिति को 1937 वोट, जबकि विकास पटेल को 1400 से अधिक वोट मिले। तीसरे स्थान पर रही PSA की विजय लक्ष्मी शिंदे को 1300 वोट मिले। यह जीत सिर्फ एक चेहरा नहीं, बल्कि लेफ्ट की एकजुटता का प्रतीक बनकर उभरी है।
महासचिव पद पर कांटे की टक्कर, सुनील यादव ने पलटी बाजी
महासचिव (General Secretary) पद पर ABVP के राजेश्वर दूबे और DSF के सुनील यादव के बीच मुकाबला बेहद करीबी रहा।
शुरुआती गिनती में ABVP आगे थी, लेकिन स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज (SSS) में वोटों की गिनती ने खेल बदल दिया। यहां लेफ्ट को भारी बढ़त मिली और अंततः सुनील यादव ने 100 वोटों से जीत दर्ज की। यह नतीजा दर्शाता है कि लेफ्ट का पारंपरिक गढ़ अब भी अडिग है।
JNU में लेफ्ट की पकड़ बरकरार, ABVP ने दिखाई जमीनी चुनौती
JNUSU चुनाव 2026 का परिणाम बताता है कि JNU में लेफ्ट यूनिटी की पकड़ अब भी मजबूत है, लेकिन ABVP भी अपने वोटबैंक को धीरे-धीरे बढ़ा रही है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि आने वाले वर्षों में कैंपस की राजनीति और दिलचस्प होगी। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

