रांची में गूंजा— “धोनी ही हैं असली लीजेंड”, झारखंड की मिट्टी के सपूत को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान
रांची, 10 जून 2025।
क्रिकेट की दुनिया में आज झारखंड का नाम एक बार फिर स्वर्णाक्षरों में अंकित हो गया, जब झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (JSCA) ने महेंद्र सिंह धोनी के ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल होने की उपलब्धि पर भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस आयोजन के माध्यम से राज्य ने अपने क्रिकेट सितारे को सम्मानित किया, जिसने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
हॉल ऑफ फेम में धोनी की ऐतिहासिक एंट्री
धोनी को वर्ष 2025 के ICC हॉल ऑफ फेम बैच में शामिल किया गया। यह घोषणा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की पूर्व संध्या पर लॉर्ड्स में की गई। यह न केवल भारतीय क्रिकेट बल्कि झारखंड के लिए भी गौरव का क्षण था। धोनी का नाम अब उन दिग्गजों की सूची में शुमार हो गया है जिन्होंने क्रिकेट को अपने खेल से परिभाषित किया।
कप्तानी से कीर्तिमान तक— एक युग पुरुष
धोनी ने अपने 14 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय करियर में भारत को 2007 का T20 वर्ल्ड कप, 2011 का वनडे वर्ल्ड कप और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी दिलाई। वे दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं जिन्होंने तीनों आईसीसी ट्रॉफियां जीती हैं। उनकी विकेटकीपिंग की तेजी, कप्तानी की नजाकत और बल्लेबाज़ी की संयमित धार आज भी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है।
समारोह में गूंजा— धोनी झारखंड का गौरव
JSCA अध्यक्ष अजय नाथ शहदेव, उपाध्यक्ष संजय पांडेय, सचिव सौरभ तिवारी, कोषाध्यक्ष अमिताभ घोष सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी और गणमान्य अतिथि समारोह में उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर धोनी की उपलब्धियों को नमन किया और उन्हें झारखंड का गौरव बताया।
JSCA की ओर से कहा गया कि “धोनी केवल एक महान क्रिकेटर नहीं हैं, वे एक प्रेरणास्त्रोत हैं। उनकी यह उपलब्धि राज्य के लाखों युवाओं के लिए रास्ता रोशन करेगी।”
माही— एक प्रेरणा, एक पहचान
धोनी की यह उपलब्धि छोटे शहरों से आने वाले युवाओं के लिए यह संदेश है कि सपना कोई भी हो, मंज़िल तक पहुंचा जा सकता है। उनकी विनम्रता, शालीनता और निर्णय लेने की क्षमता ने उन्हें दुनिया के सबसे चहेते खिलाड़ियों में स्थान दिलाया।
स्मृति चिह्न और भावी योजनाएं
JSCA ने समारोह के अंत में घोषणा की कि जल्द ही एमएस धोनी क्रिकेट स्कॉलरशिप, युवा अकादमी, और उनके नाम पर एक स्मारक दीर्घा की स्थापना की जाएगी, ताकि आने वाली पीढ़ियां उनके योगदान से प्रेरणा ले सकें।