भारत जब 2047 के विकसित राष्ट्र लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, तब नवा रायपुर मेडिसिटी देश की सबसे महत्वाकांक्षी हेल्थकेयर परियोजनाओं में उभर रही है। 200 एकड़ में विकसित हो रहा यह विशाल मेडिकल शहर सिर्फ अस्पतालों का समूह नहीं, बल्कि मेडिकल एजुकेशन, रिसर्च और मेडिकल टूरिज्म का भविष्य केंद्र होगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और वित्त मंत्री ओपी चौधरी के नेतृत्व में यह प्रोजेक्ट मध्य भारत को उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं का नया हब बनाने जा रहा है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, रणनीतिक लोकेशन और “सुलभता-किफायत-उच्च गुणवत्ता” मॉडल इसे राष्ट्रीय हेल्थकेयर क्रांति का आधार बना रहा है।
नवा रायपुर मेडिसिटी: 200 एकड़ में भविष्य की हेल्थ सिटी
नवा रायपुर अटल नगर पहले से ही शिक्षा, परिवहन और आधुनिक शहरी ढांचे का केंद्र रहा है। अब मेडिसिटी इसे राष्ट्रीय हेल्थकेयर कैपिटल में बदलने जा रही है। सेक्टर 36-37 में फैल रही यह परियोजना 5,000+ बेड, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, मेडिकल यूनिवर्सिटी, नर्सिंग कॉलेज और रिसर्च इंस्टीट्यूट के साथ एक संपूर्ण ह्यूमन-सेंट्रिक मेडिकल ज़ोन बनाएगी। अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक लैब्स, ऑर्गन ट्रांसप्लांट सेंटर्स, कार्डियोलॉजी, कैंसर साइंस, ऑर्थोपेडिक्स और न्यूरोलॉजी जैसी सेवाएं इसे मध्य भारत का सबसे उन्नत हेल्थ सिस्टम बनाएंगी।
मेडिकल टूरिज्म का हब: 7 करोड़ यात्रियों की संभावनाएं
नवा रायपुर की रणनीतिक लोकेशन और मजबूत कनेक्टिविटी इसे ओडिशा, मध्यप्रदेश, झारखंड, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र के लिए भी आकर्षक बनाती है। एयरपोर्ट और रेलवे के जरिए हर साल 7 करोड़ से अधिक यात्री यहां आते हैं। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के शुरू होते ही मेडिकल टूरिज्म में बड़े अवसर खुलेंगे-किफायती उपचार, उच्चस्तरीय सुविधाएं और शांत वातावरण इसे मरीजों की पहली पसंद बनाएंगे।
पहले से मौजूद विश्वस्तरीय संस्थान देंगे मजबूती
सत्य साई संजीवनी हॉस्पिटल 2012 से बाल हृदय रोग के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मान्यता रखता है, जहां एशिया और अफ्रीका के देशों से भी मरीज आते हैं। वहीं बालको कैंसर हॉस्पिटल 2018 से 500–600 किमी के दायरे में कैंसर उपचार का प्रमुख केंद्र है। यही मजबूत आधार नई मेडिसिटी को सेंट्रल इंडिया का हेल्थ पावरहाउस बनाने में मदद करेगा।
रोजगार, फार्मा और हेल्थ इकोनॉमी का नया इंजन
मेडिसिटी सिर्फ उपचार का केंद्र नहीं, बल्कि हजारों रोजगार, फार्मा, वेलनेस और सपोर्ट सेवाओं का विशाल आर्थिक इंजन बनेगी। आसपास किफायती आवास, होटल, धर्मशालाएँ और व्यापारिक प्रतिष्ठान विकसित होंगे, जो राज्य की GDP को तेज गति देंगे। वित्त मंत्री ओपी चौधरी के अनुसार, यह मॉडल “सुलभता–किफायत–उच्च गुणवत्ता” के सिद्धांतों पर आधारित है और राष्ट्रीय हेल्थ हब बनने जा रहा है। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

