झारखंड सरकार ने इको टूरिज्म को नई दिशा देने के उद्देश्य से लातेहार जिले के खूबसूरत नेतरहाट जंगलों में गुरुवार से जंगल सफारी की शुरुआत कर दी। पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार ने इसका उद्घाटन किया और बताया कि इस पहल से स्थानीय समुदाय को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
नेतरहाट रांची से लगभग 157 किलोमीटर दूर 3 हजार 622 फीट की ऊंचाई पर बसा है। अपनी हरी भरी पहाड़ियों, झरनों, धुंध से ढकी सुबहों और सूर्योदय व सूर्यास्त के अद्भुत नजारों के कारण यह छोटानागपुर की रानी के नाम से जाना जाता है। अंग्रेजों के समय इसे हार्ट ऑफ नेचर कहा जाता था।
उद्घाटन के दौरान पर्यटन मंत्री ने कहा कि अब पर्यटक नेतरहाट के जंगलों, वन्यजीवों और अनछुए प्राकृतिक सौंदर्य को और करीब से महसूस कर सकेंगे। उन्होंने विभाग को पर्यटकों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए।
पलामू टाइगर रिजर्व बफर जोन के डिप्टी डायरेक्टर कुमार आशीष ने बताया कि शुरुआत में सफारी के लिए तीन गाड़ियां उपलब्ध कराई गई हैं और रिस्पॉन्स अच्छा मिलने पर पांच और गाड़ियां बढ़ाई जाएंगी। दो मुख्य सफारी रूट और कई आकर्षक स्थानों को सफारी रूट में शामिल किया गया है।
दो टाइम स्लॉट में होगी जंगल सफारी
सफारी फिलहाल दिन में दो शिफ्ट में चलेगी
पहली सफारी सुबह 5.30 बजे से 10 बजे तक
दूसरी सफारी दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक
इन जगहों का रोमांच मिलेगा देखने
सफारी सनराइज प्वाइंट यानी कोयल व्यू प्वाइंट से शुरू होगी और फॉरेस्ट रेस्ट हाउस पर समाप्त होगी।
इस दौरान पर्यटक
अपर घाघरी वॉटरफॉल
लोअर घाघरी वॉटरफॉल
सनसेट प्वाइंट
ताहिर फॉल
नेतरहाट रेजिडेंशियल स्कूल
शैले हाउस
जैसी जगहों का सुंदर नजारा देख सकेंगे।
जंगल सफारी की फीस
प्रति व्यक्ति शुल्क 300 रुपए
10 सीटर वाहन के लिए 3 हजार रुपए
16 सीटर वाहन के लिए 4 हजार 100 रुपए
नेतरहाट फॉरेस्ट रेस्ट हाउस से सुग्गाबांध तक ओपन सफारी – 3 हजार रुपए
लोध फॉल सफारी – 3 हजार रुपए
नई सफारी की शुरुआत से नेतरहाट की खूबसूरती का रोमांच अब और करीब से महसूस होगा और यह जिला झारखंड पर्यटन का नया प्रमुख आकर्षण बनने की ओर बढ़ रहा है।

