ऑनलाइन ठगी करने वालों पर पुलिस की “साइबर शील्ड” कसती जा रही है! रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा के निर्देश पर चल रहे ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत पुलिस ने एक के बाद एक बड़ी कार्रवाई की है। साइबर थाना रायपुर की टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर 98 लाख रुपए की ठगी करने वाले चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी शेयर ट्रेडिंग और ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब के नाम पर लोगों से लाखों रुपए ठग रहे थे। पुलिस ने आरोपियों से कई अहम दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए हैं।
शेयर ट्रेडिंग में 20 लाख की ठगी – ग्वालियर से आरोपी गिरफ्तार
पहले मामले में पीड़ित पृथ्वीराज सिंह ने शिकायत की थी कि शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा दिलाने के नाम पर उनसे ₹20 लाख की ठगी की गई। थाना खमारडीह में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। तकनीकी विश्लेषण के बाद मुख्य आरोपी प्रयल अस्थाना (31 वर्ष) निवासी ग्वालियर, मध्यप्रदेश की पहचान हुई। पुलिस टीम ने ग्वालियर में छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार किया और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए।
ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब के बहाने 7.4 लाख की ठगी
दूसरे केस में शिकायतकर्ता युवराज पिस्दा ने थाना मुजगहन में रिपोर्ट दर्ज कराई कि ऑनलाइन जॉब दिलाने के नाम पर उनसे ₹7.4 लाख की ठगी की गई। बैंक विश्लेषण के बाद दो आरोपियों — नेहरू लाल (23 वर्ष) और मयंक कुमार पटेल (33 वर्ष) — की पहचान हुई। दोनों ने मुंबई स्थित बैंक में खाते खुलवाकर धोखाधड़ी की राशि ट्रांसफर की थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
शेयर ट्रेडिंग में 71 लाख की बड़ी ठगी, आंध्रप्रदेश से गिरफ्तारी
तीसरे मामले में डाकेस्वर सिंह के साथ ₹71 लाख की ठगी की गई। थाना सरस्वती नगर में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद बैंक ट्रांजेक्शन और तकनीकी साक्ष्यों के जरिए आरोपी जयराम वाजेंदला (52 वर्ष) निवासी विशाखापट्टनम, आंध्रप्रदेश की पहचान की गई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।
ऑपरेशन साइबर शील्ड में लगातार सख्ती
आईजी अमरेश मिश्रा के नेतृत्व में चल रहा ऑपरेशन साइबर शील्ड (Operation Cyber Shield) ऑनलाइन ठगी, शेयर फ्रॉड और डिजिटल स्कैम्स पर नकेल कसने का बड़ा अभियान बन गया है। पुलिस अब हर केस में टेक्निकल ट्रैकिंग और डिजिटल एनालिसिस के ज़रिए आरोपियों तक पहुंच रही है।
रायपुर साइबर थाना की इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित किया है कि ऑनलाइन ठगी करने वाले अब पुलिस की पकड़ से बच नहीं पाएंगे। “ऑपरेशन साइबर शील्ड” के तहत ऐसे अपराधों पर अब और तेजी से शिकंजा कसा जाएगा। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

