रांची की रविवार सुबह एक दर्दनाक खबर लेकर आई। बुढ़मू थाना क्षेत्र के मतवे गांव में बंगाली डॉक्टर सपन दास की गला काटकर हत्या कर दी गई। पश्चिम बंगाल के रहने वाले डॉक्टर सपन पिछले 6 सालों से गांव में रहकर ग्रामीणों का इलाज कर रहे थे और सब उन्हें प्यार से “बंगाली डॉक्टर” कहते थे। रविवार सुबह दो युवक उनके घर आए और अचानक हमला कर दिया। एक आरोपी को ग्रामीणों ने पकड़ लिया, जबकि दूसरा फरार है। हत्या की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन इस वारदात ने इलाके में सनसनी फैला दी है।
अचानक हमला, गला रेतकर हत्या
रविवार सुबह करीब 9 बजे दो व्यक्ति सपन दास के घर पहुंचे और बात करने के बहाने अंदर घुस गए। अचानक एक हमलावर ने उन्हें पकड़ लिया और दूसरे ने धारदार हथियार से उनका गला रेत दिया। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। हत्या के बाद दोनों आरोपी भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन नशे में धुत एक आरोपी को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच जारी
बुढ़मू थाना प्रभारी नवीन शर्मा ने बताया कि एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है। हालांकि हत्या की असली वजह अभी तक सामने नहीं आई है। पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में यह मामला पुरानी रंजिश या नशे में की गई वारदात लग रहा है। ग्रामीणों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि हमलावरों की पहचान और मंशा साफ़ की जा सके।
गांव में सदमे का माहौल, ‘बंगाली डॉक्टर’ के नाम से थे मशहूर
ग्रामीणों ने बताया कि डॉ. सपन दास पिछले छह सालों से बुढ़मू के मतवे गांव में रह रहे थे। किराए के मकान में रहते हुए वे गरीबों का इलाज करते थे और लोगों से बेहद स्नेह रखते थे। सभी उन्हें “बंगाली डॉक्टर” के नाम से जानते थे। उनकी निर्मम हत्या से गांव में शोक और गुस्से का माहौल है। ग्रामीणों ने कहा कि सपन दास ने कभी किसी से दुश्मनी नहीं रखी, इसलिए यह वारदात सभी के लिए हैरान करने वाली है।
बंगाली डॉक्टर सपन दास की हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। ग्रामीणों के बीच अपनी सेवा के लिए मशहूर डॉक्टर की इस तरह की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस अब इस वारदात की हर एंगल से जांच कर रही है। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

