CG Breaking: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की कार ट्रक से टकराई, मंत्री सुरक्षित
नागपुर, 2 अक्टूबर | संवाददाता
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का शताब्दी वर्ष इस बार विजयादशमी के अवसर पर ऐतिहासिक रूप से मनाया जा रहा है। नागपुर के रेशमबाग मैदान में गुरुवार को आयोजित हो रहे भव्य समारोह में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हैं, जबकि संघ प्रमुख मोहन भागवत विजयादशमी के पारंपरिक संबोधन के जरिए कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित कई प्रमुख नेता और गणमान्य अतिथि मौजूद हैं। आयोजन में देश-विदेश से आए करीब 50 से 60 प्रतिनिधि भी भाग ले रहे हैं, जिससे यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है। मुख्यमंत्री की विभागीय सचिवों और विभागाध्यक्षों के साथ मैराथन बैठक
पूर्व राष्ट्रपति कोविंद बुधवार को ही नागपुर पहुंचे थे। उन्होंने दीक्षाभूमि जाकर डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी और वहां प्रार्थना की। विजयादशमी के दिन वे रेशमबाग पहुंचे, जहां वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इस ऐतिहासिक शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हैं।
संघ के शताब्दी वर्ष को देखते हुए इस वर्ष का विजयादशमी आयोजन पहले से कहीं अधिक भव्य है। इस बार करीब 21 हजार स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में समारोह में भाग ले रहे हैं, जो पिछले वर्षों की तुलना में तीन गुना अधिक संख्या है। देशभर से आए स्वयंसेवकों के पथ संचलन और अनुशासन की झलक ने समारोह को खास बना दिया है। CG Crime: दो नाबालिग नकली नोट खपाने के आरोप में गिरफ्तार, 53 जाली नोट बरामद
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 1925 में विजयादशमी के दिन नागपुर में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा की गई थी। महज 17 लोगों से शुरू हुआ यह संगठन आज देश की सबसे बड़ी सांस्कृतिक और वैचारिक ताकत बन चुका है। 100 वर्षों की इस यात्रा में संघ ने विचारधारा, संगठन, सामाजिक सेवा और राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। CG: एनआईए ने माओवादी गतिविधियों से जुड़े चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की
कार्यक्रम में मोहन भागवत के संबोधन की सभी को प्रतीक्षा है। उनके वक्तव्य के जरिए यह संकेत मिल सकता है कि संघ आगामी वर्षों में समाज, राजनीति और राष्ट्र निर्माण के मुद्दों पर किस दिशा में आगे बढ़ेगा। माना जा रहा है कि वह शताब्दी वर्ष के आयोजनों, सामाजिक समरसता, और राष्ट्रवाद से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार रखेंगे।
संघ की शाखाओं की संख्या पिछले वर्षों में तेजी से बढ़ी है। भागवत के नेतृत्व में यह संख्या 40 हजार से बढ़कर 83 हजार से अधिक हो चुकी है। उनके काल में कई प्रमुख मुद्दे जैसे अनुच्छेद 370 का हटना और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, आंदोलन के बजाय संवैधानिक तरीकों से पूरे किए गए हैं। यह संघ की रणनीतिक परिपक्वता और बदलाव का संकेत है। रायपुर में सांसद खेल महोत्सव 2025 : 15 से 19 नवंबर तक खेलों का रंगारंग आयोजन, MP बृजमोहन अग्रवाल ने की तैयारियों की समीक्षा
शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में संघ देशभर में एक लाख से अधिक हिंदू सम्मेलनों, सांस्कृतिक आयोजनों और सामाजिक जागरूकता अभियानों का आयोजन करेगा। विजयादशमी समारोह से इन कार्यक्रमों की औपचारिक शुरुआत मानी जा रही है।
संघ की सौ वर्षों की यात्रा एक विचार से शुरू होकर राष्ट्र की केंद्रीय शक्ति बनने तक की है। आज नागपुर का यह रेशमबाग मैदान उस ऐतिहासिक सफर का गवाह बना हुआ है, जो एक दिन 17 युवकों की एक शाखा से शुरू हुआ था और आज एक सशक्त वैचारिक और संगठनात्मक आंदोलन बन चुका है।
Raipur Crime: पति ने रेजर ब्लेड से पत्नी पर हमला किया, हत्या के प्रयास में केस दर्ज

