छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर इस दिसंबर एक बार फिर स्वदेशी रंगों से जगमगाने वाला है। 18 से 25 दिसंबर तक साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित होने वाला ‘Swadeshi Mela Raipur 2025-26’ इस बार और भी बड़ा, भव्य और आकर्षक होने जा रहा है। 350 से अधिक स्वदेशी स्टॉल, रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकनृत्य, पारंपरिक व्यंजन, मेहंदी-रंगोली-चित्रकला प्रतियोगिताएं और कई राज्यों की सांस्कृतिक झलक—यह सब एक ही जगह मिलने वाला है। आयोजन समिति के अनुसार, इस बार मेले में पार्किंग, सुरक्षा और साफ-सफाई की सुविधाएं पहले से बेहतर रहेंगी। यह मेला न सिर्फ खरीदारी का, बल्कि भारत की विविध संस्कृति को करीब से महसूस करने का शानदार मौका है।
350+ स्वदेशी स्टॉल: खरीदारी, कला और परंपरा का महासंगम
Swadeshi Mela Raipur 2025-26 में हस्तशिल्प, आभूषण, वस्त्र, हर्बल उत्पाद, घरेलू सामान, लोककला और विभिन्न राज्यों की परंपराओं से जुड़े 350+ स्टॉल लगाए जाएंगे।
यह मेला स्थानीय कारीगरों को बड़ा मंच देगा, जिससे उन्हें सीधा ग्राहक संपर्क और पहचान मिलेगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं: हर दिन होगा खास
- लोकनृत्य और व्यंजन: पूरे भारत का स्वाद एक ही जगह
मेले में छत्तीसगढ़ के साथ–साथ गुजरात, राजस्थान, पंजाब, ओडिशा और आंध्रप्रदेश के लोकनृत्य, लोकगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां रोज शाम को होंगी।
खाने के शौकीनों के लिए विभिन्न राज्यों के पारंपरिक व्यंजनों के विशेष फूड स्टॉल आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
- मेहंदी, रंगोली, चित्रकला और समूह नृत्य प्रतियोगिताएं
बच्चों और युवाओं के लिए प्रतिदिन अलग–अलग प्रतियोगिताएं होंगी। विजेताओं को स्मृति चिन्ह व प्रमाणपत्र दिए जाएंगे।
समसामयिक विषयों पर संगोष्ठियां: विशेषज्ञ देंगे सुझाव
मेले में रोज किसी न किसी गंभीर मुद्दे पर चर्चा होगी जैसे—
- स्वदेशी से स्वावलंबन
- पर्यावरण संरक्षण में स्वदेशी की भूमिका
- युवा और रोजगार सृजन
यह सत्र युवाओं, उद्यमियों और छात्रों के लिए बेहद उपयोगी होंगे।
आयोजन समिति और तैयारियां
इस वर्ष के आयोजन के संयोजक केदार गुप्ता, सह संयोजक जसप्रीत सिंह सलूजा व मनीषा सिंह, सचिव अमरजीत सिंह छाबड़ा, महिला प्रमुख आरती दुबे और सह प्रमुख सीमा शर्मा होंगी।
समिति के अनुसार, इस बार मेले में—
- बेहतर पार्किंग
- कड़ी सुरक्षा
- साफ-सफाई
- इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड
सुनिश्चित किया गया है।
स्वदेशी मेला रायपुर 2025-26 सिर्फ खरीदारी का आयोजन नहीं, बल्कि भारत की संस्कृति, कला, परंपरा और स्वाद का अनोखा उत्सव है। अगर आप स्वदेशी उत्पादों, लोककला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के शौकीन हैं, तो यह मेला आपके लिए खास है। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

