बलरामपुर।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर–रामानुजगंज जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा प्रणाली पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रामचंद्रपुर विकासखंड के प्राथमिक शाला जावाखाड़ी में एक शिक्षक ने गिनती में छोटी-सी गलती होने पर एक मासूम छात्र को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी आंख और चेहरे पर गंभीर चोटें आ गईं।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार दोपहर भोजन अवकाश के बाद प्रधानपाठक उदय कुमार यादव कक्षा में पहुंचे और छात्र भागीरथी यादव को गिनती सुनाने के लिए कहा। नन्हे छात्र से मामूली भूल क्या हुई, शिक्षक अपना आपा खो बैठे और उसके चेहरे पर लगातार थप्पड़ बरसाने लगे। मारपीट इतनी बर्बर थी कि बच्चे की एक आंख में खून जम गया और चेहरा सूज गया। रोते-बिलखते बच्चा किसी तरह घर पहुंचा और परिजनों को पूरी घटना बताई।
घटना की खबर मिलते ही शिक्षा विभाग हरकत में आया। जिला शिक्षा अधिकारी बलरामपुर–रामानुजगंज ने आरोपी शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि बच्चों के साथ हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
ग्रामीणों और अभिभावकों में इस घटना को लेकर तीव्र आक्रोश है। लोग मांग कर रहे हैं कि शिक्षक पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में किसी मासूम के साथ ऐसी हैवानियत दोबारा न हो।
बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि
इस घटना ने एक बार फिर यह याद दिलाया है कि स्कूल बच्चों के सीखने और सुरक्षित वातावरण का स्थान हैं — डर और हिंसा का नहीं। शिक्षा विभाग की त्वरित कार्रवाई स्वागतयोग्य है, लेकिन जरूरत है कि ऐसे मामलों को रोका जाए और विद्यालयों में बच्चों के अधिकारों और सुरक्षा पर सख्ती से अमल हो।

