म.ल.ब. कन्या विद्यालय, सरस्वती शिशु मंदिर और कन्या महाविद्यालय की ओर जाने वाला मुख्य मार्ग बारिश के मौसम में भारी जलभराव की चपेट में आ जाता है, जिससे छात्रों और आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मार्ग का उपयोग प्रतिदिन सैकड़ों छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण और स्थानीय नागरिक करते हैं, लेकिन पहली ही बारिश में यहां की स्थिति तालाब जैसी हो जाती है।
विचारणीय बात यह है कि जिस स्थान पर पानी भरता है, वही नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) का सरकारी निवास भी है। इसके बावजूद समस्या का वर्षों से समाधान न होना यह सवाल खड़ा करता है कि क्या जनहित की समस्याएं उनके लिए कोई मायने नहीं रखतीं?
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि स्कूल और कॉलेज के बच्चों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है। वहीं, साइकिल और दोपहिया वाहनों से आने-जाने वाले विद्यार्थियों को फिसलन और गिरने जैसी घटनाओं का सामना करना पड़ता है।
इसको लेकर जनप्रतिनिधियों से लेकर आम नागरिकों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि जब सीएमओ निवास के सामने ही जलभराव हो रहा है और फिर भी कार्रवाई नहीं हो रही, तो आम मोहल्लों की समस्याओं का क्या हाल होगा।
नागरिकों ने नगर पालिका से मांग की है कि इस मार्ग पर जल निकासी की स्थायी व्यवस्था की जाए ताकि विद्यार्थियों और आमजनों को राहत मिल सके। यदि शीघ्र समाधान नहीं किया गया, तो जनआंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।