शनिवार को 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारत ने एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने योग की शक्ति और उसकी व्यापक स्वीकार्यता का प्रदर्शन किया। इस ऐतिहासिक दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात और आंध्र प्रदेश ने योगाभ्यास में नए आयाम स्थापित करते हुए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए
गुजरात के वडनगर में भुजंगासन का रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मस्थान वडनगर स्थित शर्मिष्ठा झील पर 2121 प्रतिभागियों ने एक साथ भुजंगासन करते हुए दो मिनट नौ सेकंड तक योग किया और यह रिकॉर्ड गिनीज बुक में दर्ज हुआ। गिनीज टीम के निर्णायक रिचर्ड स्टनिंग ने बताया कि योग में कोबरा मुद्रा करने वाले सबसे अधिक लोगों का यह रिकॉर्ड अब भारत के नाम हो गया है। इस रिकॉर्ड के लिए न्यूनतम 250 प्रतिभागियों की आवश्यकता थी लेकिन गुजरात ने इसे आठ गुना अधिक लोगों से पूरा किया
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गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि यह गुजरात और भारत के लिए गर्व का क्षण है। योग स्वास्थ्य और आत्मिक शांति का संगम है और वडनगर इसकी आदर्श भूमि बनी
आंध्र प्रदेश में तीन लाख लोगों ने एक साथ किया योग आदिवासी छात्रों ने किया 108 सूर्य नमस्कार
विशाखापत्तनम और राज्य भर में लगभग तीन लाख लोगों ने एक साथ योग किया जो एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना। वहीं दो हजार आदिवासी छात्रों ने 108 मिनट में 108 सूर्य नमस्कार कर एक और ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि आंध्र के लोगों ने इतिहास रच दिया है। योग ने गांव गांव तक जनचेतना फैलाई है। यह एक सांस्कृतिक पुनर्जागरण है
राज्यभर में योग दिवस में भाग लेने के लिए कुल दो करोड़ पैंतालीस लाख लोगों ने पंजीकरण कराया जो योग के प्रति बढ़ती जनजागरूकता को दर्शाता है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा योग सबका है और सभी के लिए है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से इस आयोजन में हिस्सा लिया और देश विदेश में हो रहे योग कार्यक्रमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि चाहे सिडनी ओपेरा हाउस हो या एवरेस्ट की चोटी हर जगह योग का संदेश पहुंच रहा है। यह मानवता के कल्याण का आंदोलन बन चुका है। योग केवल व्यायाम नहीं बल्कि जीवन जीने की एक शैली है
योग दिवस के अन्य मुख्य आकर्षण
बनासकांठा के अंबाजी मंदिर में योग और गरबा का अद्वितीय संगम
आदिवासी क्षेत्रों में महिलाओं और बच्चों की भारी भागीदारी
हर राज्य में योग शिविर और प्राचीन आसनों पर विशेष बल
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 भारत के लिए न केवल गौरव का क्षण रहा बल्कि यह दिवस यह दिखाने में सफल रहा कि भारत की संस्कृति और स्वास्थ्य परंपरा के मूल में योग एक अमूल्य उपहार है। गुजरात और आंध्र प्रदेश द्वारा बनाए गए विश्व रिकॉर्डों ने भारत को योग के वैश्विक मंच पर और भी सशक्त रूप में प्रस्तुत किया