बॉलीवुड में जब भी खलनायकों की बात होती है अमरीश पुरी, अमजद खान, गुलशन ग्रोवर, आशुतोष राणा और प्राण जैसे कलाकारों के नाम लिए जाते हैं। इन कलाकारों ने विलेन बनकर सिर्फ दर्शकों को डराया नहीं, उनके दिलों पर ऐसी छाप छोड़ी कि आज भी अपने कुछ किरदारों के लिए ही जाने जाते हैं। 70 के दशक में अमजद खान ने गब्बर बनकर तो वहीं अमरीश पुरी ने मोगैंबो बनकर दर्शकों को डराया। लेकिन, 1998 में रिलीज हुई ‘चाइना गेट’ में भी एक विलेन देखने को मिला, जिसने अकेले अपने बूते पर 14 हीरो को धूल चटाई और दर्शकों को खौफ से भर दिया। हम बात कर रहे हैं फिल्म के विलेन ‘जगीरा’ की, जिसका किरदार मुकेश तिवारी ने निभाया था।
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चाइना गेट में सितारों की फौज
1998 में रिलीज हुई चाइना गेट में 2-4 नहीं, बल्कि 14 स्टार एक साथ नजर आए थे, जिनमें ओम पुरी, नसीरुद्धीन शाह, अमरीश पुरी, ममता कुलकर्णी, उर्मिला मातोंडकर, गिरीश कर्नाड, अनुपम खेर जैसे सितारों के नाम शुमार हैं। लेकिन, निर्देशक राजकुमार संतोषी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में सारी लाइलाइट एक डाकू यानी जगीरा लूट ले गया। ‘मेरे मन को भाया, मैं कुत्ता काटकर खाया’ मुकेश तिवारी का ऐसा डायलॉग है जो आज भी लोगों की जुबान पर रहता है।
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गब्बर को दी टक्कर
इस फिल्म में मुकेश तिवारी ने जिस तरह जगीरा के किरदार को जीवंत किया, देखकर दर्शकों को शोले का गब्बर याद आ गया। खास बात तो ये है कि ये मुकेश तिवारी की डेब्यू फिल्म थी, लेकिन उन्हें इस फिल्म में देखकर कोई नहीं कह सकता कि ये स्क्रीन पर उनकी पहली उपस्थिति थी। 27 नवंबर 1998 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई ‘चाइना गेट’, एक एक्शन फिल्म थी, जिसमें नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, अमरीश पुरी, डैनी डेन्जोंगपा, समीर सोनी, मुकेश तिवारी, ममता कुलकर्णी, कुलभूषण खरबंदा, जगदीप, विजू खोटे, अंजन श्रीवास्तव, परेश रावल, टीनू आनंद, अनुपम खेर और उर्मिला मातोंडकर जैसे सितारे साथ नजर आए थे। इस फिल्म का गाना ‘छम्मा छम्मा’ भी काफी पॉपुलर हुआ था।
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क्रिकेटर बनते-बनते बन बैठे हीरो
चाइना गेट में डाकू जगीरा का किरदार मुकेश तिवारी ने इतनी शिद्दत से निभाया कि इसके लिए वह 50 दिनों तक बिना नहाए रहे। डाकू की तरह दिखने के लिए न तो उन्होंने दाढ़ी बनाई और न ही बाल कटाए। उनके ऊपर से बदबू न आए, इसके लिए वह अपने ऊपर परफ्यूम छिड़क लेते थे। मध्य प्रदेश के सागर में जन्मे मुकेश तिवारी कॉलेज टाइम पर क्रिकेट खेलते थे। अंडर-12 से लेकर अंडर-19 तक उन्होंने क्रिकेट खेला, लेकिन किस्मत उन्हें बॉलीवुड तक खींच लाई और वह क्रिकेटर बनते-बनते एक्टर बन गए।