मध्यप्रदेश के इंदौर में सोमवार शाम एयरपोर्ट रोड पर हुए दिल दहला देने वाले हादसे ने पूरे शहर को हिला दिया। तेज रफ्तार और बेकाबू ट्रक ने करीब एक किलोमीटर तक लोगों और वाहनों को रौंद डाला। हादसे में अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि मृतकों की संख्या पांच से सात तक हो सकती है। दर्जनों लोग घायल हैं जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसे का मंजर: एक किलोमीटर तक लोगों को घसीटता रहा ट्रक
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ट्रक (नंबर MP09 ZP 4069) खाली था लेकिन इतनी तेज रफ्तार में था कि चालक नियंत्रण नहीं रख सका। ट्रक लगातार एक किलोमीटर तक लोगों को घसीटता चला गया और कई रिक्शा व अन्य वाहन उसकी चपेट में आ गए। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि चालक नशे की हालत में था और हादसे के बाद भी ठीक से बात करने की स्थिति में नहीं था। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है।
अस्पतालों में चीख-पुकार, परिजनों का बुरा हाल
हादसे के बाद घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक कई घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है। एक बच्ची का हाथ टूट गया, एक दंपती गंभीर रूप से घायल हुआ, वहीं कई मरीजों को बेहतर इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में रेफर किया गया है। अस्पतालों में परिजन रोते-बिलखते पहुंचे और वहां का माहौल मातमी हो गया।
प्रशासन और मंत्री मौके पर
हादसे की जानकारी मिलने पर कलेक्टर शिवम वर्मा अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी घटनास्थल पर पहुंचे और आश्वासन दिया कि इलाज में किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल
हैरान करने वाली बात यह रही कि ट्रक एरोड्रम थाने से होते हुए कालानी नगर, रामचंद्र नगर और बड़ा गणपति तक बेखौफ दौड़ता रहा लेकिन पुलिस उसे रोक नहीं सकी। कालानी नगर पर पुलिस ने रोकने की कोशिश की लेकिन चालक और तेज रफ्तार से ट्रक भगाकर आगे बढ़ गया। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस रामचंद्र नगर चौराहे पर इसे रोक पाती तो कई जिंदगियां बच सकती थीं।
इस हादसे के बाद इंदौर शहर में गहरा मातम छाया हुआ है और लोगों में पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर आक्रोश है।