छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नक्सलियों से बातचीत न करने के बयान का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि सरकार लाल कालीन बिछा करके आपका स्वागत करने के लिए तैयार है. आप आएं, हम चर्चा के लिए तैयार हैं. बता दें कि छत्तीसगढ़ में 1700 से अधिक नक्सली मुख्य धारा में आ चुके हैं. 1600 से अधिक नक्सली गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें कई मारे भी गए हैं.

भोपाल में MBBS कर रहे कांग्रेस नेता के बेटे ने बिलासपुर में की आत्महत्या, पुलिस जांच में जुटी

नक्सलवाद के खिलाफ अमित शाह के बयान को विजय शर्मा ने सराहा 

गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि ये पूर्व निर्धारित योजना है… वही बात है जिसे पुनः दोहराया गया है. कोई सीजफायर की बात नहीं है, क्योंकि कोई युद्ध ही नहीं है. उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने जो पत्र लिखा है उसका भाव ऐसा है कि बस्तर में खून खराब बंद होना चाहिए. मैं सोनू, देवा और सतीश जैसे भी नक्सलियों से सभी से कहना चाहता हूं कि समय काम है… आप आगे आएं. सरकार लाल कालीन बिछा करके आपका स्वागत करने के लिए तैयार है.

हथियार डाल दें, एक भी गोली नहीं चलेगी- अमित शाह 

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को नक्सलियों को संदेश दिया है कि वे हथियार डाल दें. पुलिस गोली नहीं चलाएगी. उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार के ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ की भी सराहना की. अमित शाह दिल्ली में ‘भारत मंथन-2025: नक्सल मुक्त भारत’ कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे. गृह मंत्री ने कहा कि हम किसी को नहीं मारना चाहते. हम पूरा प्रयास करते हैं कि नक्सली को सरेंडर या अरेस्ट करने का पूरा मौका दिया जाए, लेकिन जब नक्सलवादी हाथ में हथियार लेकर भारत के निर्दोष नागरिकों को मारने निकलते हैं तो सुरक्षाबलों के पास कोई और चारा नहीं होता और उन्हें गोली का जवाब गोली से ही देना होता है.

मानवता की मिसाल: पुलिस ने अज्ञात विक्षिप्त व्यक्ति को दी अंतिम विदाई, किया पूरे रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार

अमित शाह ने ठुकराया नक्सलियों का संघर्ष विराम प्रस्ताव

अमित शाह ने कहा कि जो लोग यह प्रचार कर रहे हैं कि वामपंथी उग्रवाद का मूल कारण विकास है, वो देश को गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 60 करोड़ गरीबों के लिए प्रधानमंत्री मोदी अनेक योजनाएं लाए हैं. उन्होंने सवाल किया कि नक्सल क्षेत्रों में कौन इन योजनाओं को नहीं पहुंचने देता? सुकमा या बीजापुर में स्कूल नहीं पहुंचा तो उसका दोषी कौन है?

शाह ने कहा, ‘वामपंथी क्षेत्र में सड़कें क्यों नहीं बन सकीं, क्योंकि नक्सलियों ने कॉन्ट्रैक्टर्स की हत्या कर दी.’ उन्होंने सवाल किया कि बड़े-बड़े लेख लिखकर सरकार को उपदेश देने वाले बुद्धिजीवी विक्टिम ट्राइबल के लिए लेख क्यों नहीं लिखते? उनकी संवेदना सिलेक्टिव क्यों है? जाहिर है सरकार नक्सलियों के संघर्ष विराम के प्रस्ताव से सहमत नहीं है. इसलिए छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी कहा है कि जब युद्ध हो ही नहीं रहा तो संधर्ष विराम कैसा?

Share.

About Us

CG NOW एक भरोसेमंद और निष्पक्ष न्यूज़ प्लेटफॉर्म है, जो आपको छत्तीसगढ़, भारत और दुनिया भर की ताज़ा, सटीक और तथ्य-आधारित खबरें प्रदान करता है। हमारी प्राथमिकता है जनता तक सही और निष्पक्ष जानकारी पहुँचाना, ताकि वे हर पहलू से जागरूक और अपडेटेड रहें।

Contact Us

Syed Sameer Irfan
📞 Phone: 94255 20244
📧 Email: sameerirfan2009@gmail.com
📍 Office Address: 88A, Street 5 Vivekanand Nagar, Bhilai 490023
📧 Email Address: cgnow.in@gmail.com
📞 Phone Number: 94255 20244

© 2025 cgnow.in. Designed by Nimble Technology.

error: Content is protected !!
Exit mobile version